जीडीए के नए वीसी: अधिकारियों व अभियंताओं में है बेचैनी का माहौल

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में अवैध निर्माण को लेकर सख्ती शुरू होने के चिन्ह नजर आने लगे हैं। नए उपाध्यक्ष के आने से प्रवर्तन अधिकारियों व अभियंताओं में बेचैनी का माहौल है। सूत्रों के अनुसार अभियंता अपना प्रवर्तन से अन्यत्र ट्रांसफर कराने की जुगत भिढ़ाने लगे हैं तो अधिकारी अपना कार्यभार प्रवर्तन से इतर कराने की सोचने लगे हैं। नई घटना से तो उनमें खौफ पैदा हो गया है कि कहीं सर्विस बुक पर दाग न लग जाए। आपको बता दें कि विक्रम एनक्लेव के ए- 133 प्लाट पर हो रहे अवैध निर्माण के संबंध में एक शपथपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें जीडीए इंजीनियरों/ अधिकारियों को दिए जाने वाली भारी भरकम रिश्वत का उल्लेख किया गया था। उसके बाद जब यह सूचना नव तैनात उपाध्यक्ष के पास पहुंची तो उन्होंने तत्काल प्रवर्तन आठ के प्रभारी मानवेंद्र सिंह को हटा दिया तथा कार्यालय से अटैच कर दिया साथ ही उनके नीचे स्थित प्रवर्तन में तैनात सहायक अभियंता,अवर अभियंता व सुपरवाइजर को भी कार्यालय से अटैच कर दिया। यह अपने में एक बहुत बड़ा साहसिक कदम माना जा रहा है तथा गाजियाबाद की जनता में खुशी की लहर है साथ ही इन भ्रष्ट प्रवर्तन अधिकारियों व अभियंताओं से पीडि़त निम्न कर्मचारी वर्ग जो कि अपनी ईमानदारी की सजा भुगत रहा है वह जबरदस्त खुश है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में बहुत से उपाध्यक्ष आए चले गए लेकिन मात्र उंगलियों पर ही गिने जाने वाले अफसरों ने ही अपनी साहसिक क्षमता का प्रदर्शन किया है आते ही जबरदस्त बैटिंग कर गेंद को बाउंड्री के पार करने की क्षमता का प्रदर्शन वर्तमान उपाध्यक्ष द्वारा ही किया गया है। उपाध्यक्ष द्वारा शनिवार को पूरे कार्यालय का लिफ्ट का प्रयोग ना कर जीना चढ कर दौरा किया गया जबकि पूर्व के उपाध्यक्ष अपने ए सी कार्यालय से बाहर ही नहीं निकल पाते थे।