इंजीनियर की गोली मारकर नृशंस हत्या

गाजियाबाद। हाल ही में जमानत पर छूटकर आए एक ऑटो चालक ने अपने बेटों के साथ मिलकर एमसीडी दिल्ली में कार्यरत अभियंता गजेंद्र वर्मा की उनके गांव सीकरोड में ही गोली मारकर हत्या कर दी । इससे एक दिन पूर्व हुई स्थानीय पुलिस द्वारा शांति भंग करने के करण हत्यारोपी का चालान कर दिया गया था। प्राप्त सूत्रों के अनुसार अभियुक्त अपने दो बेटों के साथ अभियंता को गाड़ी से खींच कर अपने घर ले गया जहां उन्हें पहले बुरी तरह लाठी-डंडों से पीटा गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। मृतक इंजीनियर की पत्नी ने बताया कि 2020 में हत्यारोपी कि उनके पति से महज कुत्ता भौंकने के विवाद को लेकर रंजिश थी । परंतु उन्हें इस बात का इल्म नहीं था कि उसका बदला वह इस तरह से लेगा । पुलिस द्वारा अभियुक्त चतर सिंह तथा उसके दो बेटे गौरव और लवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। 50 वर्षीय गजेंद्र वर्मा दिल्ली के एमसीडी में अभियंता के पद पर कार्यरत थे तथा सिकरोड़ गांव में अपनी पत्नी गीता वर्मा तीन बेटे तथा एक बेटी के साथ रहते थे । परिजनों ने बताया कि इन दिनों गजेंद्र वर्मा अपने गांव सीकरोड में रहकर खेती बाड़ी का काम देख रहे थे । परिजनों के अनुसार अक्टूबर 2020 में जब गजेंद्र सुबह अपने कुत्ते के साथ टहलने निकले तो उनका कुत्ता चतुर सिंह को देखकर भौंकने लगा। तभी कहासुनी हो गई और फिर बाद में विवाद भी हुआ। गजेंद्र द्वारा पुलिस में घटना की शिकायत किए जाने पर पुलिस ने शांति भंग करने पर चतर सिंह तथा उसके बेटे का चालान कर दिया था । रविवार को यह दोनों जमानत पर छूट गए । रविवार की शाम मौका पाकर चतर सिंह तथा उसके दोनों बेटे गजेंद्र को घसीटते हुए अपने घर ले गए जहां उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। घटना को अंजाम देकर आरोपी वहां से फरार हो गए। गजेंद्र के परिजनों का आरोप है कि यदि समय रहते पुलिस ने ठोस कार्यवाही की होती तो गजेंद्र की जान बच जाती ।