टिकैत बोले: कोरोना के नाम पर हो सकता है उत्पीडऩ

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि आंदोलनकारी किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और मांगें पूरी होने पर ही पीछे हटेंगे। हालांकि, इस बीच टिकैत ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी की आड़ में उन स्थानों पर प्रतिबंध लगा सकती है, जहां बड़ी संख्या में किसान बैठे हैं, लेकिन यह हमें डिगा नहीं पाएगा।
टिकैत ने करनाल जिले के असंध में एक महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि लड़ाई केवल किसानों की नहीं है, बल्कि यह गरीब, छोटे व्यापारियों के लिए भी है। उन्होंने कहा कि किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और यह आंदोलन लंबा चलेगा। हमने नवंबर-दिसंबर तक की तैयारियां की हैं। टिकैत ने दोहराया कि केंद्र को कृषि कानून वापस लेने चाहिए तथा एमएसपी पर कानूनी गारंटी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को ही नहीं, बल्कि दूसरे तबकों को भी प्रतिकूल तरह से प्रभावित करेंगे।
इस दौरान अपने दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत का जिक्र करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि टिकैत साहब कहा करते थे कि जब हरियाणा आंदोलन के समर्थन में खड़ा होता है तो सरकार कांप जाती है। टिकैत ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तब तक किसान किसान आंदोलन जारी रहेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानून की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जब एमएसपी पर कानून बनेगा तभी किसानों का भला होगा।