गंगा एक्सप्रेस वे: तीन माह शुरू हो जायेगा निर्माण

डेस्क। देश के सबसे लंबा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अगले तीन महीने बाद शुरू हो जाएगा। योगी सरकार की कोशिश है कि इसका शिलान्यास करा कर निर्माण काम शुरू कर दिया जाए। इसके लिए एक ओर यूपीडा जमीन खरीदने का काम तेजी से कर रहा है तो वहीं निर्माण एजेंसियों के चयन का काम भी शुरू हो गया है। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे को दिसंबर 2023 तक पूरा करने की तैयारी है।
यूपीडा इस एक्सप्रेसवे को पीपीपी माडल के तहत डीबीएफओटी (डिजाइन, बिड, फाइनेंस, आपरेट ट्रांसफर) पद्धति पर निर्माण कंपनियों का चयन करेगी। अभी तक देश विदेश की अब तक 11 प्रतिष्ठित कंपनियों ने इच्छा जताई है। इनमें मलेशिया की आईजेएम कारपोरेशन व दक्षिण कोरिया की इनटोपिया खास हैं। इन सभी 11 कंपनियों को गंगा एक्सप्रेसवे की साइट का दौरा कराया जाएगा ताकि वह काम की महत्ता व व्यापकता को समझ लें। इसके बाद इच्छुक कंपनियों से बिड मांगी जाएगी। निर्माण कार्य के लिए फंड जुटाने व आगे की वित्तीय व्यवस्था के लिए वित्तीय सलाहकार कंपनी एसबीआई कैपिटल की सलाह ली जा रही है। जून तक 90 प्रतिशत जमीन खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। योगी सरकार इस शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी कर रही है। संभव है कि इसी के साथ प्रदेश सरकार की दूसरी महत्वाकांक्षी परियोजना नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का भी शिलान्यास करा दिया जाए। करीब 600 किमी के इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर स्टोन बाउंड्री का काम भी जल्द शुरू होना है। इस पर 401 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। यूपीडा ने इच्छुक निवेश्कों से इसके लिए बिड आमंत्रित किए हैं।