महिलाओं की सुरक्षा का दावा फेल,नहीं थम रहीं वारदातें

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विशेष संवाददाता
लखनऊ। राजधानी में शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाके में एक नहीं कई महिलाएं कातिलों की भेंट चढ़ी। इनकी सुरक्षा का दावा करने वाली राजधानी पुलिस कई बार और कई तरह की योजनाएं तैयार की लेकिन चंद कदम चलने के बाद ढाक के तीन पात होकर रह गई। नतीजन आज भी हत्याकर शव फेंके जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। कभी किसी की जान लेने के बाद शव को नहर के किनारे तो किसी की लाश को जंगल में फेंक कर हत्यारे फरार हो गये और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।
पुलिस अफसरों और उनके मातहतों की कारगुजारियों पर गौर करें तो मोहनलालगंज के बलसिंह खेड़ा गांव के पास एक महिला को बेरहम हत्यारों ने निर्मम हत्याकर उसकी लाश को गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय परिसर में फेंक कर भाग निकले। यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि निगोहा क्षेत्र में एक महिला की हत्याकर उसकी लाश जंगल में मिली थी। यह तो दूर अमीनाबाद निवासी लॉ की छात्रा गौरी को अगवा कर कातिलों ने उसकी हत्या कर दी। दूसरी दिन उसका शव कई टुकड़ो में पीजीआई क्षेत्र स्थित सड़क किनारे बैग में पड़ा मिला था। चिनहट थाना क्षेत्र के फैजाबाद रोड पर तिवारीगंज के पास झाडिय़ों में एक महिला की हत्याकर फेंकी गई लाश मिली थी। इस मामले का पुलिस राजफाश करना तो दूर महिला की पहचान तक पुलिस नहीं करा सकी। इन मामलों पुलिस उलझी रही कि अलीगंज इलाके में एक युवती की हत्याकर हत्यारों ने उसका शव बोरे में भरकर केन्द्रीय विद्यालय के पास फेंक कर भाग निकले। फिलहाल पुलिस की मुस्तैदी और दावों को देखें तो यह महज एक बानगी भर है, इससे पहले भी शहर की सरजमीं पर कई अज्ञात व ज्ञात शव मिल चुके हैं। पुलिस कुछ का राजफाश किया तो कुछ आज भी पुलिस के लिए पहले बनी हुई हैं। अभी हाल में निगोहा क्षेत्र में हत्याकर महिला की फेंकी गई लाश के मामले में पुलिस कातिलों की धरपकड़ के लिए ताना-बाना बुन रही थी कि रविवार को बीकेटी इलाके में कातिलों ने एक महिला का कत्ल कर पुलिस अधिकारियों को सलामी देदी। फिलहाल शहर और ग्रामीण इलाके में हत्याओ का सिलसिला बदस्तूर जारी है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है।