सुलतानपुर। बाल विकास पुष्टाहार विभाग जनपद में जिस प्रकार चल रहा है उससे किसी का भला होने वाला नही है। हां अगर भला हो रहा है तो आंगनबाड़ी कार्यकत्री से सीडीपीओ तक सरकार के द्वारा भेजे जा रहे धन का जिसका जमकर बंदरबाट हो रहा है। मामला सिटी परियोजना का है। जहां बाल विकास परियोजना अधिकारी पूरी परियोजना को जाने किस दिशा में ले जा रहे हैं। जहां सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को दर किनार कर अपनी पॉलसी पर काम कर रहे हैं। सिटी परियोजना पर एक ऐसी मुख्य सेविका है जो पिछले 16 वर्षों से जनपद में कार्यरत है। उक्त मुख्य सेविका अपनी ही परियोजना नही बल्कि पूरे जनपद के परियोजनाओं में अपनी राजनीति चमकाकर विभाग को खूब नचा रही है। पूर्व में भी उसके द्वारा सरकार की महत्वपूर्ण योजना हॉट कुक्ड को महीनों प्रभावित कर दिया गया था। जिसमें जिलाधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा था और उक्त मुख्य सेविका निलंबित होते होते बची थी। सवाल उठता है कि उक्त मुख्य सेविका कैसे एक ही जनपद में 16 वर्षों से कार्यरत है जबकि अन्य मुख्य सेविकाएं गैर जनपद भेजी जा चुकी हैं। सूत्रों की मानें तो उसने खुद को दबंग के रूप में प्रसारित और प्रचारित कर किसी से भी पंगा लेने को तैयार रहती है। एक कार्यकत्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुख्य सेविका पोषाहार देने के एवज में एक हजार और हॉट कुक्ड के लिए आए धन में आधा पैसा लेती है। कार्यकत्री ने बताया कि पैसे देने से विरोध करने पर 24 घंटे में नौकरी समाप्त करने की धमकी देती है तो इस तरह चल रहा है बाल विकास पुष्टाहार विभाग। सच्चाई यह है कि जिले की जिस परियोजना पर उक्त मुख्य सेविका रही है वहां की कार्यकत्रियां ही नहीं सीडीपीओ तक को खून के आंसू रोना पड़ा है।