गाजियाबाद का चुनावी रण: साहिबाबाद से 18 तो मोदीनगर से केवल 9 प्रत्याशी

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। नामांकन की अंतिम तिथि गुजरने के बाद जनपद की 5 विधानसभा सीटों में जोर आजमाइश करने वाले प्रत्याशियों की सूची फाइनल हो चुकी है। प्रमुख राजनीतिक दलों का रेला तो है ही इन्हीं दलों में से टिकट ना मिलने के कारण अलग होकर निकले निर्दलीय लडऩे वाले प्रत्याशियों ने इस बार के विधानसभा चुनाव को और ज्यादा रोचक बना दिया है। क्या यह छिटके हुए निर्दलीय उम्मीदवार आने वाले समय में वोट कटवा बन कर उभरेंगे तथा पार्टियों से अपनी शर्तों पर मोलभाव करने में सक्षम होंगे ?यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा । परंतु चुनाव परिणाम के उपरांत निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका को कमतर करके नहीं आंका जा सकता। गाजियाबाद से फिलहाल 18 प्रत्याशी मैदान में है। इनमें से छह निर्दलीय प्रत्याशी है जो विभिन्न पार्टियों से टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ गए हैं । इनमें से दो उम्मीदवार भाजपा से टिकट न मिलने पर नाराज हैं । गाजियाबाद से 18 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें से 8 निर्दलीय है। इनमें से तीन ऐसे हैं जिनको भाजपा से टिकट मिलने की बड़ी आस थी। पर वह टिकट न मिलने के कारण अब वह निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में मैदान में है। लोनी से भी पालिका की पूर्व चेयर पर्सन रंजीता धामा भाजपा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं । यहां दो प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इसी प्रकार मोदीनगर से 9 प्रत्याशी तथा मुरादनगर से 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है।