ईरानी का आरोप: कांग्रेस ने हड़पी करोड़ों की जमीन

rahul
अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाये। उन्होंने कांग्रेस पर 60-65 एकड़ जमीन के घोटाले का आरोप भी लगाया। ईरानी ने कहा कि अमेठी के लोगों से सम्राट साइकिल कंपनी के लिए 60-65 एकड़ जमीन ली गई थी, जो इस साल 24 फरवरी को राजीव गांधी चेरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर ट्रांसफर कर दी गई। उनके मुताबिक, जमीन अमेठी के लोगों ने इसलिए दी थी, ताकि साइकिल फैक्ट्री बनने के बाद उन्हें रोजगार मिल सके।
स्मृति ईरानी ने कहा कि सुल्तानपुर-अमेठी रेल लाइन और अमेठी-रायबरेली की डबल ट्रैक रेल लाइन का प्रस्ताव पिछले रेल बजट में किया जा चुका है। अमेठी-बांद्रा रेल रोड लिंक का प्रस्ताव भी जल्दी लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज मैं अपनी 25 हजार बहनों से किया हुआ इंश्योरेंस का वादा पूरा कर रही हूं। उन्होंने प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना के तहत 25 महिलाओं को इंश्योरेंस कवर दिया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी रविवार को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचीं। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे के तीन दिन बाद स्मृति ईरानी के अमेठी दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। तय कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले जगदीशपुर क्षेत्र के मटियारी गांव गईं। जहां उन्होंने कुछ माह पहले दिवंगत हुए भाजपा नेता संत बख्श सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रकट की। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन की शिकायत की। यहां से निकलकर उन्होंने हाल ही में दिवंगत हुए हलियापुर कस्बे के पार्टी कार्यकर्ता पवन कुमार गुप्ता के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने स्वर्गीय गुप्ता के परिजनों को 10 हजार रुपए की सहायता देने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई व अन्य सहायता दिलाए जाने का आश्वासन दिया।

ये है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक 14 जनवरी 2011 को राजीव गांधी चैरिटेबिल ट्रस्ट ने यह जमीन नीलामी में खरीद ली। बताया जाता है कि सम्राट साइकिल के मालिक जैन बंधुओं ने जब राजीव गांधी पीएम थे तब यहां पर कारखाने लगाने के लिए जमीन यूपीएसआईडीसी से ली थी मगर इस दौरान न तो कारखाना ही चला और न ही बकाया राशियों का भुगतान हो सका। इस पर बैंकों ने बाम्बे हाईकोर्ट में एक वाद दर्ज कराया जिस पर कोर्ट ने रिसीवर नियुक्त कर दिया। कोर्ट के अनुसार उस समय कारखाने पर 88.90 करोड़ का कर्ज था। करीब 65 एकड़ की इस जमीन की कीमत आज कई सौ करोड़ में है।