क्राइम कैपिटल: मासूम की हत्या में 4 गिरफ्तार

hamirpur
लखनऊ।(विसं.) लखनऊ के मडिय़ांव में 23 अगस्त को अगवा किये गए पांच साल के एक मासूम की हत्या फिरौती की रकम मांगने से पहले ही कर दी गई थी। सर्विलांस और मडिय़ांव पुलिस ने यह खुलासा मृतक मासूम की चाची एक नाबालिग और किरायदार समेत 4 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद किया है। इस खुलासे के बाद रिश्तों के दामन पर एक बार फिर से दाग लग गया है।
एसपी ट्रांसगोमती, लखनऊ मनीराम यादव ने बताया रिश्तों को तार तार करने वाली यह घटना लखनऊ में थाना मडिय़ांव की है। सीतापुर रोड योजना कॉलोनी के सेक्टर ए में रहने वाला पांच साल का मासूम केशव 23 अगस्त को घर के पास से खेलते वक्त अचानक गायब हो गया था। 23 अगस्त को ही मासूम के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान 25 अगस्त को केशव के पिता मनीष शुक्ला के पास फिरौती के लिए फोनकाल आई। फिरौती मांगने वाले ने बच्चे को वापस करने के बदले में 10 लाख रूपये की फिरौती मांगी साथ ही रूपये को हरियाणा में देने की बात कही। अपहर्ताओं ने धमकी भी दी कि अगर इसकी सूचना पुलिस को दी तो केशव की हत्या कर दी जाएगी। हालांकि बाद में अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम 10 से घटाकर छह लाख रूपये कर दी और इस बार रूपये को लखनऊ में आलमबाग बस अडडे पर देने को कहा।
पुलिस के अनुसार अपहर्ताओं और पीडि़त के साथ हुई बातचीत और तमाम अन्य सुबूत के बाद ही सर्विलांस और मडिय़ांव पुलिस ने मासूम केशव की चाची निधि शुक्ला,किरायेदार कुलदीप शुक्ला और यशवंत को गिर तार करने के बाद मामले से पूरी तरह से पर्दा हटा दिया।
पुलिस के अनुसार दरअसल मृतक की चाची का किरायेदार कुलदीप शुक्ला से नाजायज समबन्ध और प्रॉपर्टी का लालच मासूम की हत्या की वजह थी। पुलिस की माने तो केशव आरोपियों को अच्छी तरह से पहचानता था इसलिए यशवंत नाम के आरोपी ने अपने रिश्तेदार हीरालाल के साथ मिलकर रायबरेली में मासूम की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को वही झाडिय़ों में फेंक दिया। आरोपियों की योजना थी कि केशव की हत्या के बाद उसके पिता मनीष शुक्ला और उनके दूसरे बेटे को भी मौत के घाट उतारने के बाद उनकी सारी सम्पत्ति को हड़प कर लेते। मासूम की हत्या का एक आरोपी हीरालाल फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी ने भी कुबूल किया कि कैसे वारदात को अंजाम दिया। मासूम की हत्या से नाराज उसके परिजनों ने थाने पर जमकर हंगामा भी किया। परिजन स्थानीय पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।