नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सरकार के बीच चल रही बैठक में हिस्सा लिया। यह बैठक का तीसरा दिन है। माना जा रहा है कि संघ और मोदी के बीच सरकार की नीतियों को लेकर चर्चा हुई। जबकि संघ ने इस महत्वपूर्ण बैठक को लेकर कहा है कि वह सरकार के कामकाज की समीक्षा नहीं कर रहा है। सरकार और संघ के बीच अपनी तरह की यह पहली बैठक है जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी सरकार के कई शीर्ष मंत्रियों ने आंतरिक सुरक्षा, नक्सल समस्या और जम्मू-कश्मीर की स्थिति सहित मुख्य मुद्दों पर हुई चर्चा में शिरकत की। चर्चा में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू और अनंत कुमार शामिल हुए जहां उन्होंने संघ और इससे जुड़े संगठनों द्वारा उठाए गए मुद्दों के संबंध में चर्चा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि वह मोदी सरकार के कामकाज की समीक्षा नहीं कर रहा है। सरकार की दिशा, प्रतिबद्धता और समर्पण सही है। बीजेपी और सरकार के साथ तीन दिन के संवाद के बाद संघ ने कहा कि सभी शत-प्रतिशत संतुष्ट नहीं हो सकते लेकिन सरकार की कई उपलब्धियां हैं। संघ ने कहा कि कांग्रेस रिमोट कंट्रोल से चलती थी, उन्हें हमारे बारे में बात करने की जरूरत नहीं है। वहीं अयोध्या में राम मंदिर के मामले में संघ ने कहा कि हम सरकार की समय-सारणी के अनुसार उनके क्रियान्वयन का इंतजार करेंगे।