करोड़ों की हमर बेचकर आदेश ने कराया था इलाज

adesh sri

मुंबई। युवा संगीतकार आदेश श्रीवास्तव का आज ओशिवारा शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। आदेश श्रीवास्तव के कैंसर का पता पांच साल पहले चला था। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि 2010 में जब कैंसर के बारे में पहली बार पता चला था, तब उन्होंने अपना लाइफस्टाइल बदल लिया था। उन्होंने शराब पीना छोड़ दिया था और योग करने लग गए थे। इलाज के भारी भरकम बिलों के चलते उन्हें आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा। पटरी पर जिंदगी को लाने के लिए उन्हें अपनी करोड़ों रूपए की हमर गाड़ी तक बेचनी पड़ गई थी। यही नहीं, मौत से पहले उन्हें जो एक विशेष इंजेक्शन लगाया जा रहा था, उस प्रत्येक इंजेक्शन की कीमत 12 लाख रूपए थी।
उनके साले और संगीतकार ललित पंडित ने बताया कि आदेश का शुक्रवार रात 12.30 बजे निधन हो गया। उनका ओशिवारा श्मशान में अंतिम संस्कार किया गया।
4 सितम्बर 1964 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्में आदेश बॉलीवुड में बतौर म्यूजिक डायरेक्टर काम कर रहे थे। 100 से ज्यादा फिल्मों में संगीत दे चुके आदेश कई फिल्मों में अपनी आवाज का जादू भी बिखेर चुके हैं। उनकी पत्नी जतिन-ललित की बहन विजेता पंडित हैं। उनके दो बच्चे हैं। आदेश ने 1994 में फिल्म आओ प्यार करें से अपने कॅरियर की शुरूआत की। उन्होंने अपना आखिरी म्यूजिक हाल ही में रिलीज हुई फिल्म वेलकम बैक के लिए दिया।