श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा खगोलीय पिंडो के अध्ययन के लिए पूरी तरह से समर्पित भारत के प्रथम उपग्रह एस्ट्रोसैट का आज प्रक्षेपण किया गया। प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी 30 से आज सुबह उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया।
एस्ट्रोसैट के साथ छह और उपग्रह होंगे जिनमें एक-एक इंडोनेशिया और कनाडा से और चार छोटे उपग्रह अमेरिका से हैं। ये छह उपग्रह समुद्री निगरानी के लिए हैं। इसरो के मुताबिक एस्ट्रोसैट अंतरिक्ष वेधशाला के रूप में उसके द्वारा संचालित पहला मिशन है। एस्ट्रोसैट में चार एक्सरे पेलोड,एक अल्ट्रा वायलेट दूरबीन और एक चार्ज पार्टिकल मॉनीटर है। ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा, अभी तक अमेरिका, रूस और जापान ने ही अंतरिक्ष वेधशाला को लॉन्च किया है।