पीएम मोदी का बिहार में धुंआधार दौरा, ताबड़तोड़ रैली

bihar chunav surveyपटना। बिहार के चुनावी घमासान में पीएम नरेन्द्र मोदी का एक विशेष स्थान है। उनके ही दारोमदार पर पूरा चुनावी कुनबा टिका है। राजग के सभी घटक दल मोदी की जनसभा के लिए परेशान हैं। मोदी ने भी उनकी परेशानी दूर करते हुए कह दिया है कि बिहार जितना चाहिए उतना समय मिलेगा। बिहार चुनाव में समय की कमी नहीं होने पायेगी। बिहार चुनाव बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए साख की लड़ाई है। ऐसे में पीएम मोदी जीत के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोडऩा चाहते। इसके बाद पार्टी ने बिहार में पीएम के चुनाव प्रचार कार्यक्रम में बदलाव किया है। सूत्रों के मुताबिक पीएम चुनाव के हर दौर के लिए 8-10 रैली करेंगे। इससे पहले हर दौर में पीएम को दो दिन प्रचार करना था। पहले दौर के लिए पीएम ने बांका में 2 अक्टूबर को रैली की थी। सूत्रों के मुताबिक 8 और 9 अक्टूबर को पीएम मोदी 7 रैलियों को संबोधित करेंगे। 8 अक्टूबर की रात को वह पटना में ठहरेंगे और पार्टी के चुनाव प्रचार की जानकारी लेंगे। राज्य में पीएम मोदी की अब तक हुई पांच रैलियों में अच्छी खासी भीड़ जुटी थी। बीजेपी ने अन्य राज्यों में आजमाए अपने फॉर्मूले के तहत बिहार में भी अपने तीन क्षेत्रीय सहयोगी दलों के साथ मिलकर फैसला किया है कि चुनाव में किसी को भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा और सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के विकास के उनके एजेंडे के नाम पर वोट मांगा जाएगा। दिल्ली में विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के हाथों बीजेपी की करारी हार के बाद बिहार चुनाव उसके (बीजेपी) लिए बेहद अहम है। पीएम मोदी 8 अक्टूबर को मुंगेर, समस्तीपुर, बेगूसराय और नवादा में रैलियों को संबोधित करेंगे। 9 अक्टूबर को वह सासाराम, मखदूमपुर और अरवल में रैली करेंगे। ये तय हुआ है कि हर चरण के चुनाव में पीएम मोदी दो दिन प्रचार करेंगे। हर दिन तीन-चार रैलियों के हिसाब से बिहार चुनाव खत्म होने तक पीएम की रैलियों की संख्या 40 तक भी पहुंच सकती है।