आईएलएफ समन्वय में तमिल भाषा भी हुई शामिल

logoनोएडा। इस साल इंडिया हैबिटेट सेंटर की ओर से आयोजित किये जाने वाले 5 वें आईएलएफ समन्वय में बांग्ला, मराठी और डोगरी के अलावा तमिल भी मुख्य भाषा होगी। यह समारोह 26 से 29 नवंबर 2015 के बीच आयोजित होगा। साल दर साल इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा होता गया कि राजधानी के कला और संस्कृति प्रेमी इसमें शिरकत करना जरूरी समझने लगे हैं। तमिल साहित्य की एक लंबी और समृद्ध साहित्यिक परंपरा रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए तमिल भाषा के हाल के संघर्ष को देखते हुए आईएलएफ समन्वय में मुख्य तमिल भाषा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें इस मुद्दे पर विचार-विमर्श होगा। इसका शीर्षक दिया गया है द बाउंड वर्ड आन क्रिएटिविटी एंड सेंसरशिप। इस सत्र में श्रीलंका के तमिल लेखक, तमिल प्रकाशक, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिये काम करने वाले कार्यकर्ता, अनुवादक सेंसरशिप पर चर्चा करेंगे। इसमें तमिल साहित्य के लिये योगदान देने वाले लेखकों, भारत के तमिल भाषी लोगों, तमिलनाडु, केरल और श्रीलंका के तमिलों के अलावा तमिल प्रवासी भी हिस्सा लेंगे। इस आयोजन में अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ खुशबू भी शामिल होंगी जिन्हें महिलाओं तथा विवाहपूर्व यौन संबंधों के बारे में उनके खुले विचारों के लिये कई बार विभिन्न संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद वह अपने रूख पर अडिग रही।