रायपुर। नवरात्रि प्रारंभ होते ही शहर के शराब दुकानों में बिक्री काफी हद तक गिर गई है। रोजाना लाखों रूपए की बिक्री का ग्राफ नवरात्रि में घटकर महज कुछ हजार का रह गया है। आबकारी विभाग के सूत्रों की माने तो इन दिनों शहर के शराब दुकानों और बारों में शराब की बिक्री काफी हद तक घट गई है। जिन शराब दुकानों में रोजाना लाखों रूपए की बिक्री होती थी, ऐसे शराब दुकानों में शराब बिक्री महज कुछ हजार की हो गई है। शराब दुकानों में हमेशा भीड़ देखी जाती थी, लेकिन नवरात्रि प्रारंभ होते ही शराब प्रेमियों ने भी शराब से दूरी बना ली है। नवरात्रि में अधिकांश मदिरा प्रेमी मांस-मदिरा का सेवन बंद कर देते हैं, लिहाजा जिन शराब दुकानों में इनका जमघट लगा रहता था, वर्तमान में उन शराब दुकानों में एक्का-दुक्का ग्राहक ही नजर आ रहे हैं। आबकारी सूत्रों की माने तो शराब की बिक्री इन दिनों करीब 60 से 65 प्रतिशत तक घट गया है। याने जिन शराब दुकानों में लाख रूपए की बिक्री होती थी, वहां अब सुबह से लेकर रात तक मात्र 30 से 35 हजार पए की ही शराब बिक रही है। यही हाल मटन और चिकन विक्रेताओं के यहां भी देखी जा रही है। नवरात्रि प्रारंभ होते ही चिकन-मटन की दुकानों का शटर डाउन हो गया है। चौक-चौराहों में अंडे की दुकान और ठेले लगाने वाले भी नवरात्रि के चलते अपनी दुकानों को बंद कर माता की आराधना में जुट गए हैं। शहर के अधिकांश मटन दुकानों में इन दिनों बिक्री नाममात्र की रह गई है। शहर के टिकरापारा के एक मटन विक्रेता के बताया कि उनके दुकान में रोजाना 20 से 30 किलो मटन की बिक्री होती थी, लेकिन नवरात्रि प्रारंभ होते ही मटन की बिक्री 80 प्रतिशत तक घट गई है, लिहाजा घाटा सहने के बजाए वे भी नवरात्रि तक दुकान नहीं चलाएंगे। शहर के पोल्ट्री व्यवसाय में भी इन दिनों नवरात्रि का असर देखा जा रहा है।