कांग्रेसी होने के आरोप के चलते मुनव्वर ने लौटाया पुरस्कार

Munawwar-Ranaलखनऊ। ऊर्दू के जुबान के मशहूर गजलकार मुनव्वर राना ने भी साहित्य अकादमी पुरस्कार के साथ रविवार को मिले एक लाख रूपए भी लौटा दिए। राना ने इसकी घोषणा दिल्ली में एक चैनल पर की। 62 साल के राना ने कहा कि वह अकादमी सम्मान तथा चेक सरकार को वापस कर देंगे तथा सरकार से भविष्य में कोई भी सम्मान सा पुरस्कार नहीं लेंगे। राना ने कहा कि उनका सम्मान लौटाना राजनीति से प्रेरित नहीं है। वह इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम घसीटे जाने से आहत हैं। मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, लिहाजा सभी को उनका सम्मान करना चाहिए, लेकिन कुछ राज नेता इस विवाद में उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं। उन्होंनें कहा कि 10 अक्तूबर को उनका पाकिस्तान जाने का कार्यक्रम था। कुछ लोग उन पर अंगुली नहीं उठाए इसलिए उन्होंनें जाना रद्द कर दिया। यूपी के रायबरेली के रहने वाले मुनव्वर राना ने कहा कि कुछ लोगों ने साहित्य अकादमी सम्मान मिलने पर आरोप लगाया था कि वह चूकि कांग्रेस से जुड़े हैं इसलिए उन्हें यह दिया गया है। उन्होंनें कहा कि यदि उनके दिए चेक को सरकार लेना स्वीकार नहीं करती है तो उस राशि का इस्तेमाल किसी अच्छे काम में किया जाएगा। उन्हें 2014 में साहित्य अकादमी सम्मान दिया गया था