दालों की कालाबाजारी पर केन्द्र का चला डंडा, 5800 टन दाल जब्त

daalनई दिल्ली। देश में दालों की हो कालाबाजारी और बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए केन्द्र सरकार ने मंगलवार को पूरे देश में अभियान चलाकर विभिन्न राज्यों से 5800 टन दाल जब्त किया। केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश में टीम ने मुम्बई, औरंगाबाद, पुणे, अमरावती, नासिक और नागपुर में छापे मारे गये हैं। ठीक इसी प्रकार, कनार्टक के मैसूर जिले में मारे गये छापों में 3,600 कुंतल दाल बरामद किये गये। बंगलुरु में भी छापे मारे गये। मध्य प्रदेश में 25 स्थानों पर छापे मारे गये जिनमें 2,295 मीट्रिक टन दाल जब्त किये गये। तेलंगाना में 1,820 छापे मारे गये हैं जिनमें 2,546 मीट्रिक टन दाल जब्त किये गये। आंध्र प्रदेश सरकार ने 56 छापों में 600 मीट्रिक टन दाल बरामद किये। राजस्थान सरकार ने भी स्टॉक सीमा लागू करने की कार्रवाई तेज कर दी है। अन्य राज्यों में भी तहबाजारी एवं कालाबाजारी के खिलाफ ऐसी ही प्रवर्तन कार्रवाई की जा रही है। दूसरी ओर सरकार ने मंगलवार को एक बैठक कर दालों पर स्टॉक सीमा लगाये जाने और दालों की तहबाजारी की जांच करने के लिए राज्य सरकारों द्वारा उठाये गये प्रवर्तन कदमों की समीक्षा की। राज्यों को आयातों से प्राप्त, निर्यातकों, बड़ी खाद्य परिसंस्करण इकाइयों तथा बड़े विभागीय रिटेलरों द्वारा रखे गये दालों पर स्टॉक सीमा लगाने के लिए सक्षम बनाने के लिए अनिवार्य वस्तु अधिनियम के तहत केन्द्रीय आदेश में संशोधन किया गया है। राज्यों को दालों की तहबाजारी रोकने के लिए औचक निरीक्षण करने तथा छापे मारने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। केन्द्र सरकार के प्रवक्ता के अनुसार भारत सरकार ने दालों की कीमतों में नरमी लाने का प्रयास जारी रखा है। आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु को उनसे प्राप्त आग्रहों के अनुरूप आयातित दाल आवंटित कर दिये गये है। अन्य राज्यों को भी एक बार फिर खुदरा विक्रय केन्द्रों के जरिये वितरण के लिए आयातित स्टॉक से दालों की तत्कालिक जरूरतों का संकेत देने को कहा गया है।