आरुषि मर्डर मिस्ट्री: सीबीआई को लेकर आरोपी का वीडियो

arushi murderनई दिल्ली। आरुषि तलवार दोहरे हत्याकांड में जांच को लेकर विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। इस हत्याकांड में एक आरोप मुक्त किए गए आरोपी के कथित नारको टेस्ट का वीडियो सामने आया है। उसने दावा किया कि सीबीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने अपराध स्वीकार कर लेने के लिए उसपर दबाव डाला था। एक घंटा लंबा वीडियो कल सोशल मीडिया वेबसाइट यू ट्यूब पर दिखा जिसमें राजेश तलवार का सहायक कृष्णा कथित तौर पर कह रहा है कि सीबीआई के तत्कालीन संयुक्त निदेशक अरूण कुमार ने उससे इस वादे के साथ गुनाह स्वीकार कर लेने को कहा कि उसकी सजा कम हो जाएगी। अब दोषी दंत चिकित्सक दंपति राजेश और नूपुर तलवार की नौकरों का किए गए नारको टेस्ट का वीडियो देने की मांग करने वाली उनकी याचिका सुप्रीम कोर्ट ने इस आधार पर खारिज कर दी थी कि वे स्वीकार्य सबूत नहीं हैं। कृष्णा डॉक्टर से कह रहा है कि मैं कभी यहां से नहीं भागूंगा। मैं क्यों भागूंगा। मैंने कोई गुनाह नहीं किया है। मैंने उनसे पहली बार कहा था जब उन्होंने मुझसे आरोप अपने उपर ले लेने को कहा था। कृष्णा राजेश की उनके क्लिनिक में मदद किया करता था। जब डॉक्टर ने उससे पूछा कि किसने उससे आरोपों को अपने उपर लेने को कहा तो कृष्णा ने कहा कि आईजी साहब। जब आगे पूछा गया कि किसने उससे आरोप अपने उपर लेने को कहा तो कृष्णा ने कहा कि आईजी कुमार और गुहार लगाई थी कि कृपया उनके सामने नहीं कहें। 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एवं सीबीआई के तत्कालीन संयुक्त निदेशक अरूण कुमार ने इस हत्याकांड की जांच करने वाली सीबीआई की पहली टीम का नेतृत्व किया था। उनके निष्कर्षों में नौकरों कृष्णा, राजकुमार और विजय मंडल को कथित तौर पर फंसाया गया था। इसे सीबीआई निदेशक अश्विनी कुमार ने खारिज कर दिया था। संपर्क किए जाने पर अरूण कुमार ने कहा कि संबंधित वीडियो प्रामाणिक स्रोत का नहीं है। कुमार अब पटना में सीआरपीएफ के महानिरीक्षक हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह महसूस करते हैं इसके साथ छेड़छाड़ की गई होगी तो कुमार ने कहा कि वह इसपर टिप्पणी नहीं कर सकते। कुमार ने कहा कि इसे टीवी चैनलों पर दिखाया गया था। मुझे उसे देखने की आवश्यकता नहीं है। मूल नारको वहां नहीं है। आप जो देख रहे हैं वह मूल नहीं है। यह मूल नहीं है। यह प्रामाणिक स्रोत से नहीं है। कृपया लैब से या सीबीआई या आरोपियों से सीडी लें जिन्हें यह प्रामाणिक तौर पर दिया गया है। ये आरोप मूल सीडी में नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनका मतलब है कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई तो कुमार ने कहा कि मैं ऐसा नहीं कहना चाहता। मैं उसपर टिप्पणी नहीं करना चाहता। यह प्रामाणिक नहीं है। यह प्रामाणिक स्रोत से नहीं है।

एजेंसियां