यूपी के विकास से परेशान है कांग्रेस और भाजपा: चौधरी

Rajendra-Chaudhry

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि अजीब इत्तेफाक है कि कांग्रेस और भाजपा की ओर से एक जैसे बयान दिये जा रहे हैं। प्रदेश में विकास का जो भी काम दिखाई देता है उन्हें परेशानी होती है। चौधरी ने कहा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पांच साल के लिए किये गये चुनावी वादों में अधिकांश पूरे कर दिए पर विपक्ष को कुछ नजर नही आ रहा है। ग्रामीण संस्कृति और लोककला के उन्नयन की दिशा में सैफई महोत्सव की सफलता से भी इन्हें चिढ़ हो रही है। लगता है विपक्ष ने अपनी आंख पर पट्टी बांधकर त्रिकालदर्शी होने का भ्रम पाल लिया है।

संस्था अपने संसाधन से मनाती है सैफई महोत्सव
प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि सैफई महोत्सव का आयोजन हर वर्ष रणवीर सिंह स्मृति समिति की ओर से होता है। यह एक रजिस्टर्ड संस्था है जिसका बाकायदा आडिट होता है। इसके पदाधिकारी हैं जो पूरे आयोजन की रुपरेखा बनाते हैं। अधिकांश व्यय समिति अपने संसाधनों से उठाती है। इस सैफई महोत्सव से इटावा ही नही आसपास में कई जनपदों की जनता को सांस्कृतिक गतिविधियां देखने सुनने का अवसर मिलता है। सैफई महोत्सव लोक संस्कृति को बढ़ावा देता है। इसके माध्यम से क्षेत्रीय कलाकारों और स्थानीय खिलाडिय़ों को अवसर मिलता है और उनकी प्रतिभा सबके सामने आती है। युवा शक्ति के उभार से भयभीत होने वाले दल ही इस महोत्सव का विरोध करते हैं। सैफई में होने वाले कार्यक्रमों में रोजाना हजारो लोगों की उपस्थिति इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है। इस सफलता से ही विपक्ष को चिढ़ है।

अन्य मुद्दों को महोत्सव से जोड़ कर विपक्षी पार्टी को चाह रहे बदनाम करना

चौधरी ने कहा विपक्ष ने इस महोत्सव के साथ दूसरे मुद्दे जोड़कर समाजवादी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की है। यह विरोध की नकारात्मक राजनीति है। समाजवादी सरकार ने किसानों, गरीबों, नौजवानों और अल्पसंख्यकों के हितों की तमाम योजनांए कार्यान्वित की है। मेट्रो टे्रन चलने जा रही है। कैंसर जैसे गंभीर रोगो के इलाज के लिए अस्पताल खुल रहा है। कृषि अर्थव्यवस्था के साथ अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। क्लीन यूपी और ग्रीन यूपी के माध्यम से पर्यावरण सुधार होगा और प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। किसानों का रोना रोने वाले केन्द्र की सरकार में दखल रखते हैं। चौधरी ने विपक्षी दलों से पूछा कि वे बताएं कि ओलावृष्टि के शिकार किसानों के लिए कितनी मदद आई। यह तो मुख्यमंत्री अखिलेश का ही संवेदनशील दिल है कि उन्होने अपने साधनों से पीडि़त किसानों को मुआवजा बांटा। उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है तो विपक्षी दल हताशा और निराशों में डूबकर कुंठा के शिकार हो रहे हैं।