नई दिल्ली। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा गायत्री प्रजापति की लोकायुक्त शिकायत के बाद से मुलायम सिंह यादव द्वारा धमकी देने तक के पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग पर गृह मंत्रालय ने विचार कर उसे कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को संदर्भित कर दिया है। गृह मंत्रालय ने 16 जुलाई के अपने पत्र में कहा है कि आईजी ठाकुर द्वारा सीबीआई जाँच का मामला डीओपीटी विभाग के क्षेत्राधिकार में है, अत: इसमें डीओपीटी के स्तर पर ही उचित निर्णय लिया जा सकता है।
ठाकुर ने 13 जुलाई को गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलकर यह कहा था कि जब से उनकी पत्नी ने खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त को परिवाद दायर किया है तब से उन पर बलात्कार के मामले सहित तमाम फर्जी मुकदमे हुए और स्वयं मुलायम सिंह ने 10 जुलाई को उन्हें फोन कर धमकी दी।