पीएम की मन की बात: कैशलेस ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट से होगी घायलों की मदद

man ki baat

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम मन की बात में कहा कि इस वर्ष बारिश की अच्छी शुरुआत हुई है। हमारे किसान भाइयों-बहनों को खरी की बुआई करने में अवश्य मदद मिलेगी। खुशी इस बात की है कि इस बार दलहन में करीब 50 प्रतिशत और तिलहन में 33 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसलिए मैं किसाना भाइयों को विशेष तौर पर बधाई देता हूं, अभिनंदन करता हूं।
पीएम मोदी ने कारगिल विजय दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि 26 जुलाई देश के इतिहास में कारगिल विजय दिवस के रूप में अंकित है। देश के किसान का नाता जमीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का भी है। कारगिल युद्ध में हमारा एक-एक जवान सौ-सौ दुश्मनों पर भारी पड़ा। कारिगल युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा गया, देश के हर शहर, हर गांव से इस युद्ध में योगदान था। मैं विजय दिवस पर सभी सेनानियों को नमन करता हूं।
उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारी सरकार के लिए विशेष है। 26 जुलाई को ही हमने माईजीओवी डॉट इन शुरू किया था। यह खुशी की बात है कि करीब दो करोड़ लोगों ने इस साइट को देखा। इसपर साढ़े पांच लाख लोगों ने कमेंट किए। उन्होंने कहा कि लोगों के सुझाव से हमें पॉलिसी बनाने में सहायता मिलती है।
उन्होंने कहा कि हमें माईजीओवी डॉट इन पर 15 अगस्त पर हमें क्या बोलना चाहिए, इसपर सुझाव आ रहे हैं। आप मुझे और सुझाव भेज सकते हैं, आकाशवाणी पर चि_ी लिख सकते हैं।
पीएम मोदी ने दिल्ली में एक स्कूटर सवार की दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अभी दिल्ली की एक दुर्घटना के दृश्य पर मेरी नजर पड़ी। दुर्घटना के बाद स्कूटर चालक 10 मिनट तक सड़क पर तड़पता रहा। उसे कोई मदद नहीं मिली। हमारे देश में हर मिनट एक दुर्घटना होती है। सड़क दुर्घटना के कारण हर 4 मिनट में एक मृत्यु होती है। मैं मां-बाप से भी गुजारिश करता हूं, अपने बच्चों को रोड सेफ्टी की जितनी बातें है, उस पर ध्यान देने का माहौल परिवार में बनाए।
हम एक कैशलेस ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट लाने जा रहे हैं जिसमें गुडग़ांव, जयपुर और वडोदरा से लेकर मुंबई, रांची, रणगांव, मौडिया राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटना के पीडि़तों का समुचित और त्वरित इलाज हो सके। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है, पैसे कौन देगा, कौन नहीं देगा, इन सारी चिंता छोड़कर के घायल को उत्तम सेवा कैसे मिले।
पीएम ने कहा कि पिछले दिनों, रेलवे के कर्मचारी विजय बिस्वाल के विषय में एक जानकारी मिली जिनको पेंटिंग का शौक है। उन्होंने रेलवे को ही अपना आराध्य माना और वे रेलवे में नौकरी करते हैं और रेलवे के ही संबंधित भिन्न-भिन्न दृश्यों का पेंटिंग करते रहते हैं। अपनी रूचि, अपनी कला, अपनी क्षमता को अपने कार्य के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है ये बिस्वाल ने बताया है।