बेचा गया मासूम किया गया बरामद: माता-पिता की संलिप्तता

लोनी। थाना क्षेत्र लोनी की डाबर तालाब कॉलोनी में पिछले दिनों 14 दिनों के दूधमुहे मासूम के अपहरण की घटना ने पूरे जनपद में सिहरन पैदा कर दी थी। कुछ लोगों ने इसे ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट से जोड़ कर देखा तो कुछ ने इस घटना को कुछ और नाम दिया। बच्चा चोरी की घटनाएं विशेष रूप से लोनी क्षेत्र में ज्यादातर घटित हुई । परंतु वजह चाहे कुछ भी रही हो, उन घटनाओं पर लीपापोती हो गई या कर दी गई। परंतु 14 दिनों के इस मासूम की बरामदगी की की घटना के बाद कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सूत्रों के हवाले से यह ज्ञात हुआ कि मासूम का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसके माता-पिता द्वारा पैसों के लालच में उसे बेचा गया था। सूत्रों की माने तो इस घटना से एक ऐसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है जिसमें कई बड़े सफेदपोश तथाकथित डॉक्टर तथा ह्यूमन रैकेटिंग गैंग शामिल है। इन घटनाओं के पीछे ऐसे लोगों के जुड़े होने की पूरी संभावना है जो गरीब परिवारों से पैसों का लालच देकर मासूम बच्चों की खरीद-फरोख्त किया करते हैं। पुलिस द्वारा जांच के दौरान बच्चे के अभिभावकों परिजनों तथा अन्य लोगों से सिलसिलेवार पूछताछ की गई। इसके साथ ही लोनी क्षेत्र में सक्रिय बच्चा चोरी गैंग के कुछ पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले गए। पुलिस की पूछताछ के दौरान अंतत: जो सबसे सनसनीखेज पहलू सामने आया वह यह था कि इस घटना के पीछे बच्चे के माता-पिता का ही हाथ था जिन्होंने पैसों के लालच में बच्चे को बेच दिया था तथा उसके अपहरण की मनगढ़ंत रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।