सहकारिता घोटाला: एसआईटी ने शुरू की जांच

लखनऊ। एसआईटी ने मंगलवार को सपा शासनकाल में वर्ष 2012 से 2017 के बीच सहकारिता विभाग की विभिन्न संस्थाओं में नियम विरुद्ध की गई भर्तियों के मामले में छह एफआईआर दर्ज की है। उत्तर प्रदेश सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के अध्यक्ष रहे रामजतन यादव व ओंकार यादव के साथ ही तत्कालीन सचिव, सदस्य, कंप्यूटर एजेंसी के प्रोपराइटर सहित नौ लोगों को नामजद किया गया है। सेवा मंडल के तत्कालीन सचिव व वर्तमान में यूपी को-आपरेटिव बैंक के प्रबंधक निदेशक भूपेंद्र कुमार विश्नोई भी नामजद किए गए हैं। जांच की आंच तत्कालीन सहकारिता मंत्री पर आना तय माना जा रहा है।
उ.प्र. सहकारी ग्राम विकास बैंक लि. की भर्तियों के मामले में दर्ज एफआईआर में एसआईटी ने बैंक प्रबंध समिति के तत्कालीन सभी पदाधिकारियों को भी आरोपी बनाया है। एफआईआर में इनके नाम नहीं दिए गए हैं, अज्ञात लिखा है। बता दें कि सपा शासनकाल में पीडब्ल्यूडी व सहकारिता मंत्री रहे एक बड़े नेता बैंक प्रबंध समिति के सभापति थे। प्रबंध समिति के निदेशक मंडल में सपा के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।