नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग को जीतने के लिए पूरे देश में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जून महीने में वैक्सीन की प्रयाप्त मात्रा उपलब्ध होने की संभावना है। इस बीच केंद्र सरकार एक नए प्रस्तावित कोविड वैक्सीन ट्रैकर प्लेटफॉर्म से डेटा एकत्र करने के बाद कोविशील्ड खुराक के बीच के अंतराल को बढ़ाने के अपने निर्णय के प्रभाव की समीक्षा करने की योजना बना रही है। सूत्रों ने कहा कि डेटा, सरकार को यह तय करने में भी मदद कर सकता है कि कोविशील्ड के लिए सिंगल खुराक के नियम को मंजूरी दी जाए या नहीं। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि नए प्लेटफॉर्म के डेटा का अगस्त के आसपास विश्लेषण किए जाने की उम्मीद है। कोविशील्ड भारत में उपयोग में आने वाली मुख्य कोविड वैक्सीन है। अब तक देश में 20.89 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। इनमें से करीब 90 प्रतिशत कोविशील्ड है। भारत अपने टीकाकरण अभियान में भारत बायोटेक के कोवैक्सिन का भी उपयोग कर रहा है। इसके अलावा रूस के स्पुतनिक वी के आपातकालीन इस्तेमाल की भी मंजूरी दी गई है।
कोविशील्ड की सिंगल शॉट वैक्सीन भी आयेगी
