नोएडा। नया शहर बसाने के लिए गौतमबुद्धनगर के दादरी के 20 और बुलंदशहर जिले के 60 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह करीब 20 हजार हेक्टेयर जमीन है। इसे इंटीग्रेटिड सिटी के रूप में बसाया जाएगा। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान के लिए संस्था का चयन करने को आईआईटी रूडकी, आईआईडी खडग़पुर आदि से आवेदन मांगे गए थे। ऐसे में सबसे सस्ते रेट स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली ने दिए। अधिकारियों ने बताया कि कंसल्टेंट के रूप में इसका चयन करने को लेकर सहमति बन गई है। इस सप्ताह संस्था को पत्र जारी कर दिया जाएगा।
निवेश की मांग बढ़ी: अधिकारियों का कहना है कि यमुना क्षेत्र में एयरपोर्ट आने के बाद यहां पर निवेश की मांग काफी बढ़ गई है। अडाणी ग्रुप ने यहां जमीन लेने की इच्छा जताई है। बढ़ते निवेशकों की मांग को देखते हुए नया शहर बसाने का निर्णय लिया गया। नोएडा का आकार दो गुना होगा इसकी सीमा बुलंदशहर तक हो जाएगी।
हर वर्ग का ध्यान रखेंगे: अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में विकास को और गति देने के लिए नया शहर बसाया जा रहा है। शहर हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए बसाया जाएगा। प्राधिकरण अधिकारिोयं ने बताया कि निवेश व रोजगार के हिसाब से नया नोएडा सबसे बड़ा केंद्र होगा। हजारों करोड़ के निवेश के साथ यहां लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अधिकारियों का दावा है कि जेवर एयरपोर्ट और देश की राजधानी दिल्ली से 20-35 किलोमीटर दूरी पर बसने वाले इस शहर में निवेश के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां आएंगी। नए नोएडा शहर में वर्तमान नोएडा का ही विस्तार किया जाएगा।
बनेगा नया नोएडा: बुलंदशहर-गौतमबुद्ध नगर की जमीन का अधिग्रहण
