श्यामल मुखर्जी साहिबाबाद । सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग आकर शालीमार गार्डन के डीएलएफ कॉलोनी के निवासी बिल्डर ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। मृत्यु से पहले 40 वर्षीय धर्मेंद्र प्रधान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि दो सूदखोर उन्हें लगातार धमका रहे हैं कि तेरी पत्नी को झूठे केस में फंसा देंगे और बच्चों की हत्या कर देंगे। सुसाइड नोट में उन्होंने आगे लिखा है कि सूदखोरों से उन्होंने 3 लाख रुपए कर्ज में लिए थे जिसके एवज में वे 10त्न प्रति माह के हिसाब से जा चुका रहे थे । कर्ज चुकाने में उनसे देरी हो गई तो सोच कोरोनावायरस उन पर मानसिक दबाव बनाया जाने लगा। मूल रूप से मेरठ के निवासी धर्मेंद्र कुमार विगत 2 वर्षों से शालीमार गार्डन के डीएलएफ कॉलोनी में अपने अपनी पत्नी मोनिका तथा बेटे लकी के साथ रहते थे । उन्होंने अपने फ्लैट के दो मंजिलों को किराए पर दे रखा था ग्राउंड फ्लोर पर वह स्वयं रहते थे। बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र पिछले कई दिनों से मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहे थे । आत्महत्या करते समय घर का कोई भी सदस्य उनके घर पर मौजूद नहीं था। पड़ोसियों ने घर के दरवाजे को खोला देखकर इसकी सूचना उनके भाई दीपक को दी। उनके भाई दीपक जोशी राज नगर एक्सटेंशन में रहते हैं थोड़े समय पश्चात जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें घर के अंदर पंखे से धर्मेंद्र का शव लटकता हुआ मिला । उन्होंने तत्काल इसकी सूचना धर्मेंद्र की पत्नी मोनिका तथा अन्य परिजनों को दी ।