श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी में बिल्डरों द्वारा चलाया गया एक और और खेल प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार नगर निगम से एनओसी बगैर प्राप्त किए वहां के बिल्डरों ने सरकारी जमीन पर नक्शे पास करा लिए जिससे नगर निगम की अरबों रुपए की संपत्ति पर अब बिल्डरों की बहू मंजिली इमारत है बनकर खड़ी हैं । इस संदर्भ में भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी ने यह स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि जीडीए अधिकारियों द्वारा साठगांठ करके नक्शे पास करवा लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को शिकायत भेजी है।श्री त्यागी द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार पंचशील स्क्वायर मॉल, महागुन, सुपरटेक, पंचशील, वेलिंगटन, गार्डेनिया, सैम, ऐसोटेक, प्रतीक, स्काईटेक समेत कई बिल्डरों के प्रोजेक्ट में सरकारी जमीन हड़प ली गई हैं। गौरतलब है कि इन बिल्डरों को नगर निगम द्वारा एनओसी नहीं प्राप्त हुई है। इसके बावजूद बिल्डरों ने जीडीए अधिकारियों से सांठगांठ कर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर इमारतें खड़ी कर ली गई है। राजेंद्र त्यागी के अनुसार प्राधिकरण में भवन उपविधि के अंतर्गत मौके पर मौजूद सडक़ के आधार पर निर्माण करवाए जाने का नियम है । परंतु दिलचस्प बात यह है कि जीडीए अधिकारियों द्वारा बिना मौका बिना किसी मौका मुआयना के भूखंड संख्या द्दद्ध1 जीएच 12 तथा द्दद्ध-14 समेत कई भवनों में बिल्डरों को नियमों की साफ अनदेखी करते हुए नक्शे पास कर दे दिए गए। और तो और क्रॉसिंग रिपब्लिक के पहुंच मार्ग के भूखंड का स्वामित्व डूंडाहेड़ा के किसानों का है। उन्होंने यह भी कहा कि क्रॉसिंग रिपब्लिक में दिव्या के अनुसार मौलिक सुविधाओं का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया गया है। यहां सडक़, अस्पताल, स्कूल, फायर स्टेशन जैसी मौलिक सुविधाएं नहीं विकसित की गई हैं। यहां तक कि सरकारी जमीनों को भी अवैध तरीके से बिल्डरों को आवंटित कर दिया गया है।
बगैर एनओसी निगम की जमीन पर पास कराए गए नक्शे
