पीएम मोदी बोले: सुशासन का साधन है आरटीआई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूचना का अधिकार अधिनियम को वह साधन करार दिया, जिसके जरिए सामान्य से सामान्य व्यक्ति को न सिर्फ जानने का अधिकार मिला है, बल्कि सत्ता में मौजूद लोगों से प्रश्न पूछने का हक भी मिला है। केंद्रीय सूचना आयोग के वार्षिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया पहल आरटीआई की पूरक है, क्योंकि सूचना को ऑनलाइन करने से पारदर्शिता आती है, जिससे भरोसा कायम होता है। प्रधानमंत्री ने कोयला ब्लाकों, स्पैक्ट्रम और एफएम रेडियो लाइसेंस की नीलामी का उल्लेख करते हुए कहा कि सूचना अग्रिम रूप से जनता को दी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने सरकार में सूचना साझा न करने के दृष्टिकोण को समाप्त करने का आहवाान किया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक प्रक्रियाएं जनता पर शक करके नहीं, बल्कि जनता पर भरोसा करके चलायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरटीआई सुशासन का साधन बन चुका है।