उम्र दराज वुमेन हड्डियों की खतरनाक बीमारी ओस्टियोपोरोसिस से बचें

ostoporiyoलखनऊ। ओस्टियोपोरोसिस एक ऐसी खामोश बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर की हड्डियों को कमजोर करने लगती है। इससे हििड्डयों में फ्रैक्चर होने का खतरा बढऩे लगता है। वैसे अधिकतर यह बीमारी उम्रदराज महिलाओं में पायी जाती है। इस बीमारी की शुरूआत जीवन में बहुत पहले ही हो जाती है लेकिन परिणाम देर से दिखते है। इसलिए हमें शुरूआत से ही अपने आहार का ध्यान रखते हुए कैल्शियम व विटामिन डी का सेवन करना चाहिए।
डा0 राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय के वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन डा. आर. के.गुप्ता के अनुसार प्राय: बहुत सी महिलाओं को यह नही पता होता है कि ओस्टियोपोरोसिस और मेनोपाज का एक गहरा सम्बन्ध होता है। तकरीबन 25 से 27 वर्ष की आयु तक शरीर की सभी हड्डियों का विकास हो जाता है। इस समय हड्डियां सबसे अधिक मजबूत व दृढ़ होती हैं। महिलाओं में हड्डियों के इस स्तर को बरकरार रखने के लिए एस्ट्रोजन एक ऐसा हार्मोन होता है जिनका निर्माण ओवरियों के द्वारा किया जाता है जो हड्डियों के क्षरण को रोकने में मद्दगार होता है। लेकिन मेनोपोज होने के बाद एस्ट्रोजन में कमी होने लगती है और इस बीमारी का खतरा बढ़ता है।
इस बीमारी के प्रमुख लक्षण शरीर में हल्का दर्द विशेषकर कमर, गर्दन व मांसपेशियों में और बाद में यह बढऩे लगता है और गिरने पर हल्की चोट से भी फ्रेक्चर हो जाता है। कभी-कभी शरीर को पोश्चर भी खराब हो जाता है।
डा. गुप्ता के अनुसार जिसकों मेनोपोज हो चुका है और अक्सर हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है जो बर्दाश्त से बाहर हो या उठने बैठने में भी तकलीफ हो तो तुरन्त अनुभवी चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। इस बीमारी से राहत के लिए हल्का व्यायाम करें, पैदल चलें, जागिंग एवं डांस करें। इसके साथ ही भोजन में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन, दूध, मछली, हरी सब्जियों, दही, पनीर आदि का सेवन व कैल्शियम सप्लीमेंट डॉक्टर की सलाह से लें। शरीर में कैल्शियम को खपाने के लिए विटामिन डी की आवश्यकता होती है। अत: रोजना धूप में बीस मिनट रहने से शरीर को आवश्यकता के अनुसार विटामिन डी मिल जाता है।