अवैध वसूली की शिकार हुईं प्रियंका गांधी

priyanka gandhiजयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष की पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा भी अवैध वसूली की शिकार हो गयीं। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तक पहुंचने के बाद सरकार ने 17 जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि वसूली में किन अधिकारियों की भूमिका रही। साथ ही अवैध वसूली गई राशि वापस जमा कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
राजस्थान में 17 जिलों में हवाई पट्टियां हैं। इन हवाई पट्टियों पर उतरने के लिए वहां के जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। इसके लिए राज्य सरकार ने बकायदा शुल्क निर्धारित कर रखा है। इसके तहत एंबुलेंस के लिए दो हजार, फायर ब्रिगेड के लिए दो हजार, सफाई के लिए एक हजार और सुरक्षा के लिए पांच हजार रुपये लेने का प्रावधान है। इस प्रकार अधिकतम दस हजार रुपये शुल्क लिया जा सकता है, लेकिन शिकायत के अनुसार, हर जिले में मनमानी वसूली की जा रही है। ऐसे मामले पर्यटन से जुड़े जिलों में सबसे ज्यादा हैं, जिनमें सवाई माधोपुर प्रमुख है। यहां रणथंभौर के कारण सबसे ज्यादा वीआईपी पर्यटक आते हैं। प्रियंका वाड्रा यहां वर्ष में तीन-चार बार आती हैं।
इस अवैध वसूली का मामला सवाई माधोपुर में हुई वसूली से ही खुला। कुछ दिन पहले सांसद केडी सिंह का विमान सवाई माधोपुर में उतरा था। इनसे एक लाख बीस हजार रुपये वसूले गए। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से की। राजे के निर्देश पर अब सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने हवाई पट्टी वाले 17 जिलों के कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों को नोटिस जारी किए हैं।