आखिर कौन थी सारा, मौत बनी पहेली

sara singh
लखनऊ । सारा नाम सुनकर ही लगता है कि कोई खूबसूरत चेहरा होगा, था भी ऐसा ही। मधुमिता शुक्ला की हत्या में जेल की काल कोठरी में अपने जीवन के पल काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के भगोड़े पुत्र अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी सारा सिंह की सड़क हादसे में मौत की गुत्थी काफी उलझ गयी है। सारा सिंह की मौत सड़क हादसे में उस वक्त हुई जब वह अपने भगोड़े पति के साथ लखनऊ से कार द्वारा दिल्ली जा रही थी। सड़क हादसे में पत्नी की मौत हो गयी मगर गाड़ी चला रहे पति को खरोंच भी नहीं आयी। यही कड़ी सबको उलझा रही है और सारा की मौत पर कई सवाल खड़े कर रही है। अब आपको बताते हैं कि सारा कौन थी। सारा की मां सीमा सिंह पहले समाजवादी पार्टी में थी। बाद में वो कांग्रेस में चली गईं। उनके पति यानि सारा के पिता एके सिंह की मौत हो चुकी है। सीमा के भाई एसके रघुवंशी यूपी सरकार में सचिव (गृह) हैं।
सारा की शादी जुलाई 2013 में लखनऊ के अलीगंज स्थित आर्य समाज मंदिर में हुई थी। बेटे के इस कदम से असहमति के कारण अमरमणि त्रिपाठी या परिवार का कोई सदस्य इस शादी में शामिल नहीं हुआ था। अमनमणि के दोस्तों की मौजूदगी में जरूरी रस्में पूरी कराई गई थीं। अमनमणि के करीबी बताते हैं कि शादी से पहले सारा की मां सीमा सिंह गोरखपुर आई थीं और मेडिकल कॉलेज में अमरमणि और मधुमणि से मिलकर दोनों की नजदीकी की जानकारी दी थी। बाद में अमनमणि के परिवार की असहमति के बाद भी दोनों ने शादी कर ली। शादी के दो साल के बाद सड़क हादसे में सारा की अचानक मौत ने मां सीमा सिंह को हिला कर दिया है। सारा की मां ने यह मानने से इंकार कर दिया है कि उनकी बेटी सारा की मौत महज सड़क हादसे में हुई है। सारा की मां का कहना है कि उसकी मौत हादसा नहीं है बल्कि यह हत्या है क्योंकि अमरमणि को यह रिश्ता पंसद नहीं था और लगातार बेटे पर इससे छुटकारा पाने का दबाव था और इसी दबाव की परिणति थी कि आखिरकार सारा की जान चली गयी। मां के उठाये सवाल लोगों के जेहन में बार-बार कौंध रहे हैं मगर हकीकत कोई बयां नहीं कर रहा है। सवाल यूपी सरकार पर भी है क्योंकि इतना सब होने के बाद भी पुलिस इसे हादसा ही मान रही है। सारा की मां सीमा सिंह ने कहा कि इस मामले पर से पर्दा तभी उठेगा जब इसकी जांच सीबीआई करेगी। बहरहाल अब यह वक्त की बतायेगा कि सारा की मौत हादसा थी या साजिश।