नेपाल से पहुंचे रंगरूट, नक्सलियों को करेंगे तैयार

naxalसुधीर जैन,
जगदलपुर। नक्सलियों के मैदानी काडर के लगातार आत्मसमर्पण तथा गिरफ्तारी से घबराए नक्सल नेताओं ने लड़ाकू सदस्यों की संख्या बढ़ाने तथा नक्सलियों का मनोबल बढ़ाने के लिए नेपाल से कुछ माओवादी प्रशिक्षकों को यहां बुलवाया है। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार चांदामेटा से आगे ओडि़सा सीमा पर तुलसी डोंगरी तथा सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र में नये सिरे से प्रशिक्षण कैम्प चलाए जा रहे है। रंगरूट नक्सलियों को नेपाली माओवादियों के द्वारा गोरिल्ला व छापामार युद्ध का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। माह भर पहले ओडि़सा में हुए मुठभेड़ में बड़े माओवादी डीवीसी सदस्य व कांगेर घाटी एरिया कमेटी के सदस्य सोनाधर के सुरक्षागार्डांे सहित मारे जाने के बाद कांगेर घाटी एरिया सचिव के रूप में सेकेन्ड इंचार्ज सुखराम उर्फ गुंडाधूर की ताजपोशी की गई है। सप्ताहभर पहले ही स्पेशल जोनल कमेटी व सेन्ट्रल कमेटी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में सुखराम के नया सचिव बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त को झीरमघाटी में एसटीएफ हमले की घटना के बाद फोर्स के लगातार बढ़ते दबाव के चलते सोनाधर अपने अंगरक्षकों सहित ओडि़सा के मलकानगिरी के जंगलों में छिप गया था। ओडि़सा पुलिस ने उसे एक मुठभेड़ में मार गिराया था। सोनाधर की मौत के बाद कांगेर घाटी एरिया कमेटी नेतृत्वविहीन हो गया था, वहीं डीवीसी दरभा डिवीजनल कमेटी भी काफी कमजोर पड़ गई थी। सबसे मजबूत डिवीजनल कमेटी माने जाने वाले संगठन को फिर से मजबूत करने के लिए नक्सल नेताओं ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सप्ताहभर पहले डीकेएसजेडसी एवं सेन्ट्रल कमेटी के नेता गुड़सा उसेंडी एवं अन्य की मौजूदगी में सीपीआई माओवादी कांगेर घाटी एरिया कमेटी के नये सचिव के रूप में सुखराम उर्फ गुंडाधूर की नियुक्त की गई है। सुखराम डीवीसी मेम्बर है तथा आटोमेटिक रायफल इंसास लेकर चलता है। उसे सचिव बनाने के उपरांत दो गनमैन भी दिये गये है। इस बदलाव का असर आने वाले दिनों में दिखाई देगा। सुखराम की नियुक्ति के साथ ही नक्सल नेता दरभा डिवीजन को मजबूत करने की दिशा में जुट गए है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों के बड़े नेताओं ने दरभा क्षेत्र में एक बैठक आयोजित की जिसमें स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रामन्ना सहित देश के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। नक्सल नेताओं ने आईजी कल्लूरी को निशाना बनाने के निर्देश दिये है तथा कल्लूरी को माओवादियों ने कथितरूप से जनताना आंदोलन का दुश्मन बताया है। उधर पुलिस महानिरीक्षक बस्तर एसआरपी कल्लूरी ने कहा है कि नेपाल से कुछ माओवादियों के बस्तर में आने की सूचनाएं मिली है लेकिन पक्के तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। नक्सली यदि समर्पण कर मुख्य धारा से जुड़ते हैं तो उनका स्वागत है, अन्यथा अपरेशन जारी रहेगा।