हाल भाजपा का: मैं चाहे ये करूं मैं चाहे वो करूं, मेरी मर्जी

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लखनऊ। पीएम नरेन्द्र मोदी की लाख कोशिशों के बाद भी पार्टी के सांसद उनकी नहीं सुन रहे हैं। मिशन 2017 में पार्टी यूपी की सत्ता पर काबिज होने की रणनीति बना रही है वहीं उसके बड़े नेता अपनी तर्ज पर काम रहे हैं। कानपुर में हुई बैठक में कई नेता जोकि यूपी में सीएम के दावेदार भी माने जाते हैं गायब रहे। पार्टी के बड़े नेताओं की गैर हाजिरी पर नेतृत्व बेबस है। भारतीय जनता पार्टी की महासंपर्क अभियान की बैठक में उत्तर प्रदेश के सभी सांसद शामिल थे, लेकिन प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के अलावा चार सांसद शामिल नहीं हुये जिसमें कानपुर के सांसद भी शामिल थे। भाजपा की मिशन 2017 के तहत उत्तर प्रदेश में पहली बैठक शनिवार को कानपुर में थी, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने की। इसमें कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी, गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ, पीलीभीत की सांसद मेनका गांधी तथा सुल्तानपुर के सांसद वरूण गांधी अनुपस्थित थे। वैसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश दौरे पर थे और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह असम के दौरे पर थे।