फूड पॉइजनिंग में अदरक कारगर

gingerहेल्थ डेस्क। खाने-पीने में खराबी के कारण अक्सर फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाती है। इसका सबसे ज्यादा असर मॉनसून में होता है। इसका कारण बैक्टीरिया और ठीक तरह से साफ-सफाई न रखना होता है। चटपटा, स्पाइसी और टेस्टी खाने के चक्कर में अक्सर ये समस्या होती है। इसकी वजह से पेट में दर्द, मरोड़, एसिडिटी और बुखार जैसी कई परेशानियां हो जाती हैं। बीमारियां फैलाने वाले बैक्टीरिया ज्यादातर मीट, सी फूड और डेयरी प्रॉडक्ट्स में पाए जाते हैं, लेकिन फलों और सब्जियों में भी बैक्टीरिया पनप सकते हैं। तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे फूड पॉइजनिंग से राहत पाई जा सकती है।
अदरक
अदरक का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के उपचार में किया जाता है। अदरक डाइजेशन के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्व करता है। साथ ही, उल्टी और जी मिचलाने की समस्या में भी तुरंत राहत दिलाता है। पानी में अदरक के टुकड़े को घिसकर डालें और कुछ देर तक के लिए इसे उबलने दें। स्वाद के लिए इसमें थोड़ा शहद और शक्कर मिलाएं। ये दर्द और सूजन, दोनों से ही जल्द राहत दिलाता है।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में एसिड की मात्रा होती है। इसका एल्कलाइन फैक्टर बॉडी के मेटाबॉलिज्म लेवल को सही रखता है। साथ ही, यह फूड पॉइजनिंग की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है।
तुलसी की पत्तियां
पेट दर्द में तुलसी के पत्तों से इलाज कारगर है। इसमें ऐंटी माइक्रोबॉयल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होते हैं। तुलसी के पत्तों का जूस एक चम्मच शहद के साथ पीना बेहतर होता है।
लहसुन
लहसुन किसी भी तरह से इंफेक्शन को दूर करने का सबसे कारगर फॉर्म्युला है। इसमें ऐंटी-वायरल, ऐंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इससे सिर्फ फूड पॉइजनिंग में ही नहीं, बल्कि डायरिया और पेट के दर्द में भी राहत मिलती है।
नींबू
नींबू फूड पॉइजनिंग की समस्या में सबसे जल्दी असर करता है। इसमें ऐंटी-इन्फ्लेमेटरी, ऐंटी वायरल और ऐंटी-बैक्टीरियल जैसे कई सारे तत्व मौजूद होते हैं, जो बैक्टीरिया को खत्म करके जल्द राहत पहुंचाते हैं। डॉक्टर्स भी इसकी सलाह देते हैं।
मेथी और दही
दही का ऐंटी-बैक्टीरियल गुण पेट के कीटाणुओं से लडऩे में बहुत ही असरदार होता है और मेथी पेट दर्द की समस्या से निपटने में। दोनों का उपयोग कई समस्याओं को दूर करता है। दही में मेथी मिलाकर पानी के साथ लें और फर्क देखें।