सीपी राय ने ठुकराया यूपी राज्य योजना आयोग सदस्य का पद

cp raiलखनऊ। यूपी के सपा महासचिव तथा प्रख्यात कवि डॉ. सीपी राय ने राज्य योजना आयोग के सदस्य का पद ठुकरा दिया है। नौ नवंबर को ही डॉ. राय को लाल बत्ती से नवाजा गया था। राज्य योजना आयोग के सदस्य बनाए गए सीपी राय ने पद लेने से इनकार कर दिया है। आगरा के निवासी डॉ. सीपी राय ने जिम्मेदारी देने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आभार जताते हुए कहा कि आयोग में करने लायक कोई काम नहीं है इसलिए मैंने पद छोडऩे की ख्वाहिश जाहिर की है। राज्य सरकार ने दो दिन पूर्व ही सीपी राय को योजना आयोग का सदस्य बनाया था।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नेता डॉ. सीपी राय को राज्य योजना आयोग का सदस्य बनाया था लेकिन राय ने यह कहकर पद लेने से इंकार कर दिया है कि वह इस पद को सम्भालने के योग्य नही हैं लिहाजा वह इसे स्वीकार नही करेंगे। मुख्यमत्री ने चंद रोज पहले ही डॉ. राय को एक पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी थी। राय को पत्र के साथ ही मोबाइल पर यह संदेश भेजा गया कि आपको राज्य योजना आयोग का सदस्य बनाया गया है। इस पत्र के मिलने के बाद राय ने उसमें अपना अनुरोध पत्र जोड़कर उन्हें वापस भेज दिया है। डॉ सी पी राय ने बताया कि नौ नवंबर को मुख्यमंत्री का संदेश मिला था, जिसमें कहा गया था कि आपको राज्य योजना आयोग का सदस्य बनाया गया है। इसके लिए मैने उनका आभार प्रकट किया लेकिन यह पद लेने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं इतना बड़ा पद सम्भालने के योग्य ही हूं इसीलिए इसे स्वीकार नही कर सकता। मैं ऐसे पद पर नही बैठ सकता जहां जनता के लिए करने को कुछ नही है। अत: मैं यह पद लेने में असर्थ हूं। डॉ सी पी राय समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं। वर्ष 2014 में हुये लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को मिली करारी हार के बाद ही उन्होंने प्रदेश महामंत्री और राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनको तीन दिसंबर 2012 को पार्टी का प्रदेश महासचिव बनाया गया था।