यूएन में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन करेगा ब्रिटेन

narenda modiलंदन। भारत और ब्रिटेन के बीच असैन्य परमाणु समझौता होने के साथ ही ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सीट के लिए भारतीय दावेदारी का समर्थन किया है। पहली बार आधिकारिक दौरे पर ब्रिटेन पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी के लिए आर्थिक और सामरिक क्षेत्र में यह यात्रा सफल होने के बावजूद उन्हें ब्रिटिश मीडिया में कड़वे सवालों का सामना करना पड़ा। इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के किसी भी हिस्से में असहिष्णुता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ उनके सरकारी निवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट में 90 मिनट तक प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया। इसके बाद फॉरेन एंड कामनवेल्थ आफिस (एफसीओ) में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस में असहिष्णुता पर बीबीसी संवाददाता के सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत असहिष्णुता को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार नागरिकों के सामान्य जीवन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम नागरिकों के खिलाफ कोई भी घटना बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम असहिष्णु समाज नहीं हैं। भारत भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध हैं। मोदी ने 2002 के गुजरात दंगों के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ब्रिटेन ने मुझे यहां आने से कभी नहीं रोका था। बल्कि 2003 में यहां आने पर मेरा खुले दिल से स्वागत हुआ था।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत ने ब्रिटेन के साथ नागरिक परमाणु समझौते पर दस्तखत कर लिए हैं। पांच साल के लंबे इंतजार के बाद यह असैन्य परमाणु समझौता हुआ है। मोदी ने कहा कि नागरिक परमाणु समझौता आपसी विश्वास का प्रतीक है। और यह पर्यावरण परिवर्तन से लडऩे का हमारा ठोस प्रयास है। डेविड कैमरन के साथ बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि भारत स्वच्छ ऊर्जा के ग्लोबल सेंटर के लिए भी साझेदारी करेगा। ताकि वैश्विक परमाणु उद्योग में सुरक्षा बेहतर हो। उन्होने कहा कि भारत रक्षा और सुरक्षा सहयोग में ब्रिटेन के साथ है। इसमें नियमित अभ्यास और रक्षा व्यापार से सहयोग बढ़ेगा।
मोदी ने कहा कि ब्रिटेन पहले ही भारत में तीसरा सबसे बड़ा निवेशक है। दोनों देशों के बीच आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्र में 9 अरब पौंड (करीब 90 हजार करोड़ रुपये) का करार हुआ है। इसमें परमाणु समझौते के अलावा, रक्षा और साइबर सुरक्षा के करार शामिल हैं। इसके अलावा, लंदन के बाजार में रेलवे रुपये बांड भी जारी किए गए हैं। दोनों देशों के नेताओं ने तीन स्मार्ट सिटी बनाने की साझेदारी पर भी सहमति जताई है। साझा प्रेस कांफ्रेंस में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट पर भारतीय दावेदारी का समर्थन करने का एलान किया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिटेन इस दौरे को लेकर बहुत उत्साहित है। उन्होंने सुरक्षा परिषद में भारतीय दावेदारी पर समर्थन के लिए कैमरन को धन्यवाद दिया।
एजेंसियां