लखनऊ। चारबाग स्थित रविन्द्रालय में धनगर शोषित समाज समिति डीएस 4 के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर भारत सिंह बघेल ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह के समक्ष रालोद का दामन थामा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गडरिया जाति सूचक शब्द नहीं है। व्यवसायिक सूचक शब्द है, जो धनगर समाज के लोग अपने नाम के आगे पाल, बघेल आदि टाइटिल लगाते है वह उसी तरह से हैं जैसे कि अन्य जातियां अपनी पहचान के लिए अपने नामों के आगे विभिन्न प्रकार के टाइटिल लगाते हैं तथा नाम के आगे जाति शब्द नहीं लिखा जाता है। सरकारी मशीनरी ने गड़रिया आदि शब्दों को अपने सरकारी दस्तावेजो में जाति जाति के रूप में अंकित कर लिया है जो सरासर गलत है सरकार अपने दस्तावेजों में जाति के कालम में धनगर शब्द दर्ज करे, क्योंकि हमारे पूर्वज पढ़़े लिखे नहीं थे जो वे सरकार के दस्तावेजों की जांच कर पाते। प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने स बोधित करते हुये कहा कि चौधरी चरण सिंह ने समाज में दबे कुचलों को सत्ता तक लाने का काम किया और अब उनके ही विचारों पर चौधरी अजित सिंह चलकर धनगर समाज के साथ-साथ पिछड़ों, अति पिछड़ों के लिए भी सघर्ष कर रहे हैं। उन्होंंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल ही किसानों की लड़ाई लड़ रहा है जब-जब किसानों के उपर अत्याचार किया गया राष्ट्रीय लोकदल ने ही आगे बढ़-चढ़कर किसानों की लड़ायी लड़ी है चाहे वह गन्ना किसान हो, गेहूं किसान हो या फि र बाढ़ या सूखे से परेशान किसान हों।
सम्मेलन को राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर मसूद अहमद ने भी संबोधित करते हुये सरकार को कानून व्यवस्था पर घेरा और आये हुये लोगों में नई उर्जा जगाने का काम किया।