आरएसएस विचारक वैद्य के खिलाफ मुखर हुई हिंदू महासभा

nand kishor mahasabhaलखनऊ। अखिल भारत हिन्दू महासभा ने आज यहां नथूराम गोडसे के बलिदान दिवस की तीखी निन्दा कर गांधी को देशभक्त बताने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के व्योवृद्ध विचारक एमजी वैद्य सहित अपने को गांधीवादी बताने वाले कांग्रेस सहित विभिन्न राजनैतिक दलों को आड़े हाथों लिया है। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पण्डित बाबा नन्द किशोर मिश्र ने कहा कि आज उसी गांधी को देशभक्त बता रहे है जिनकी नीतियों के कारण लाखों हिन्दुओं को काट दिया गया, लड़कियों और महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया और करोड़ों को बेघर कर दिये गये। यही नहीं अपनी लाश पर भारत के विभाजन की बात करने वाले गांधी ने ही कांग्रेस के तैयार किये गये भारत विभाजन के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये थे। यही बल्कि गांधी ने मोहम्मद अली जिन्ना आदि राष्ट्रवादी मुस्लिम नेताओं के विरोध को अनदेखा करते हुए 1921 में गान्धी ने खिलाफत आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा की। तो भी केरल के मोपला मुसलमानों द्वारा वहाँ के हिन्दुओं की मारकाट की जिसमें लगभग 1500 हिन्दू मारे गये व 2000 से अधिक को मुसलमान बना लिया गया। गान्धी ने इस हिंसा का विरोध नहीं किया, वरन् खुदा के बहादुर बन्दों की बहादुरी के रूप में वर्णन किया। हिन्दू महासभा नेता पण्डित बाबा नन्द किशोर मिश्र ने संघ विचारक वैद्य पर तीखे वार करते हुये कहा कि आज गांधी वध करने वाले नथूराम गोडसे के बलिदान दिवस को महिमामंडन बताकर चिन्ता जताने वाली संघ जब जलियावाला काण्ड के सूत्रधार ब्रिटिश कर्नल बाईली को मारने वाले मदन लाल धींगरा का सम्मान करता है तो गांधी की नीतियों से लाखों हिन्दुओं के कटने पर स्वाभाविक प्रतिक्रिया में गांधीवध करने वाले नथूराम गोडसे से संघ दूरी क्यों बना रहा है। श्री मिश्र ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के सामने गांधीवध से जुड़े पूरे तथ्यों और गोडसे के बयानों को सामने लाया जाये और जिसके लिये हिन्दू महासभा पूरी तरह कृतसंकल्प है और नथूराम गोडसे जीवन पर हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता और निर्माता डा0 संतोष रॉय फिल्म तैयार कर रहे है वह भी जल्द ही भारत के बड़े पर्दे पर दिखायी देगी। श्री मिश्र ने गोडसे के बलिदान दिवस को महिमामंडन बताने वाली कांग्रेस और संघ विचारक एमजी वैद्य ने सवाल किया कि अगर गोडसे गलत थे तो न्यायालय में दिये गये उनके बयानों को पचास वर्षों तक क्यों दबा कर रखा गया क्यों नहीं देश की जनता के सामने उनके बयानों को प्रसारित किया गया। इसके साथ ही श्री मिश्र ने संघ पर निशाना साधते हुये कहा कि संघ यदि गांधी को देशभक्त और गोडसे को हत्यारा मानता है तो संघ को तत्काल प्रभाव से अपनी लाइब्रेरियों से नथूराम गोडसे से जुड़ी पुस्तकों खासतौर से गांधी वध क्यों को हटा दे।