साइबर कैफे वाले हैक कर रहे हैं परिवहन की वेबसाइट

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लखनऊ। अगर आप घर बैठे लर्निंग ड्राइविंग लाईसेंस की फीस जमा करना चाहे तो इसमें आपको मायूसी ही हाथ लगेगी। परिवहन विभाग की ओर से लर्निंग लाइसेंस के आवेदन के लिए बनाई गई वेबसाइट आवेदकों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है, वहीं कैफे संचालकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। जहां आवेदक लाख कोशिश के बावजूद ऑनलाइन फार्म भरने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं, वहीं साइवर कैफे संचालक पल भर में ही फार्म भरकर आवेदकों से मुंहमांगी रकम वसूल रहे हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों से जब इस बाबत शिकायत की गई तब विभागीय अधिकारियों ने एनआईसी को इस समस्या से अवगत कराया।
परिवहन विभाग ने विगत एक जून को आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस बनने में ठगी का शिकार न होना पड़े इसके लिए ऑनलाइन विभागीय बेवसाइट की सुविधा शुरू की। लेकिन आवेदकों की सुविधा के लिए शुरू की गई यह वेबसाइट आवेदकों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है तो कैफे संचालक इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं। जहां घर बैठे अगर आवेदक ऑनलाइन फीस जमा करें तो उन्हें 60 रुपए चुकाने पड़ते हैं साथ ही 10 रुपए ट्रांजैक्शन चार्ज चुकता करना पड़ता है यानि 70 रुपए जमा करने पर आवेदक का लर्निंग लाइसेंस फार्म भरकर जमा हो जाता है वहीं घर पर फार्म जमा न होने से उन्हें साइवर कैफे में 150 से 200 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं जिस साइवर कैफे संचालक को ठगी का जितना मौका मिलता है वे आवेदकों को चूना लगाने में कसर नहीं छोड़ते। परिवहन विभाग के ही एक उच्चाधिकारी ने स्वीकार भी किया कि अभी कुछ दिन पहले ही उनके एक जानने वाले ने कई बार घर से ही ऑनलाइन फॉर्म भरने का पूरा प्रयास किया। सफलता न मिलने पर आवेदक ने उनसे सलाह ली वावजूद इसके घर बैठे वह ऑनलाइन फार्म जमा न कर सका। लेकिन कैफे पर पहुंचते ही 200 रुपए खर्च करते ही उसका फार्म जमा हो गया।
परिवहन अधिकारी घर बैठे ऑनलाइन फार्म जमा न हो पाने के पीछे टूजी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराते हैं। अधिकारियों के मुताबिक ऑनलाइन फार्म जमा न हो पाने की सबसे अहम वजह नेटवर्क का वीक होना है। अगर आवेदक थ्रीजी नेटवर्क का इस्तेमाल करे तो फार्म भरने में कोई समस्या न होगी। हालांकि विभागीय अधिकारियों की यह बात भी उस समय वेजा ही साबित हुई जब परिवहन आयुक्त कार्यालय पर उन्होंने खुद अपने कम्पयूटर पर विभागीय वेबसाइट खोलने का लाख प्रयास किया लेकिन उन्हें भी इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जब से ऑनलाइन लाइसेंस फार्म जमा करने की सेवा शुरु की गई है तब से ही सर्च इंजन की समस्या आड़े आ रही है। सभी सर्च इंजनों की सेटिंग अलग-अलग होती है ऐसे में फार्म डाउनलोड होने में काफी समस्या आती है। जिसके लिए एनआइसी को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा।