भारत में सभी देशों के लिए कई सुनहरे अवसर

pm modi

कुआलालंपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान देशों को भारत का स्वाभाविक भागीदार बताया है। मलेशिया में शुरू हुए आसियान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने देशों से सहयोग करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए भारत सरकार कुछ भी करेगी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि समय और हवाओं के रुख बदलने में समय लगता है। अब वह समय आ गया है इसलिए वह यहां पर मौजूद हैं।पीएम मोदी का कहना था कि भारत में सभी देशों के लिए कई सुनहरे अवसर हैं। भारत की पचास सिटी में मेट्रो का जाल बिछ रहा है। इस मंच से उन्होंने भारत में चल रही संरचनात्मक और वित्तीय सुधारों की लहर की बात भी दोहराई। उन्होंने कहा कि अब समय बदल चुका है और आने वाला समय भारत का होगा। नई सरकार की पीठ थपथपाते हुए उन्होंने कहा कि भारत में नई सरकार आने के बाद से देश की जीडीपी में बढ़ोतरी हुई है और मुद्रास्फीति की दर में कमी आई है। वहीं ब्याज दरों के साथ-साथ टैक्स से एकत्रित होने वाली राशि भी बढ़ी है। वहीं रुपया भी अन्य देशों की मुद्रा के लिहाज से स्टेबल बना हुआ है।मोदी का कहना था कि उनका मकसद भारत को नई ऊचांइयों पर ले जाना है। इसके लिए बदलाव केवल एक शुरुआती प्रक्रिया का एक हिस्सा है। यही वजह है कि जहां एक ओर विश्व की अर्थव्यवस्था की गति धीमी पड़ी वहीं भारत में अर्थव्यवस्था लगातार बेहतर होती चली गई। उन्होंने कहा कि भारत में नई सरकार आने के बाद से ही न सिर्फ देश का नई सरकार पर विश्वास बढ़ा है बल्कि विश्व ने भी उनके ऊपर विश्वास किया है। आसियान बिजनेस सम्मेलन के संबोधन के बाद पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अब से भी मुलाकात की। इससे पूर्व पीएम मोदी ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेने आए चीन के प्रीमियर ली कियांग से मुलाकात की। दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने समेत विश्व स्तर पर आतंकवाद से निपटने जैसे मुद्दों पर भी दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पर कई मुद्दों पर वह अन्य नेताओं से भी विचार-विमर्श करेंगे। इसमें विश्व में उभरते आईएसआईएस के संकट और आतंकवाद के मुद्दों पर भी चर्चा होगी। प्रधानमंत्री कल वहां पर भारतीय मूल के लोगों को भी संबोधित करेंगे। अपने तीन दिवसीय दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान-इंडिया और ईस्ट एशिया सम्मेलन में शिरकत करने के अलावा मलेशिया के अपने समकक्ष नजीब रज्जाक से बात करेंगे।