मोदी बोले: आतंक को धर्म से जोडऩे की कोशिश होगी नाकाम

pm modiकुआलालंपुर। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम माइंस इंटरनेशनल एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आतंक को धर्म से जोडऩे की कोशिशों को नाकाम करना होगा। किसी भी देश को आतंकवाद का इस्तेमाल या उसे बढ़ावा नहीं देना चाहिए। जब मैं यह कहता हूं कि दुनिया को आतंक के खिलाफ एक साथ आना चाहिए तो मेरा मतलब सिर्फ सैन्य सहायता से ही नहीं है, बल्कि यह भी है कि कोई देश आतंकवाद का इस्तेमाल न करे या उसे बढ़ावा न दे। हमें यह तय करना पड़ेगा कि इंटरनेट आतंकियों की भर्ती का जरिया न बने। आज दुनिया को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लडऩा होगा।
इससे पहले पीएम मोदी ने नमस्कार कहकर सभी का अभिवादन किया। पीएम ने कहा कि समय और दूरी ने भारत से आपके प्यार को कम नहीं किया। भारत के विकास के मार्ग में तमिलों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि गांधीजी कभी मलेशिया नहीं गए लेकिन यहां के लोगों के दिल को छूआ। पीएम ने कहा कि मलेशिया में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर बनेगा सांस्कृतिक केंद्र। उन्होंने कहा कि भारत 1.25 अरब लोगों का एक लोकतांत्रिक राष्ट्र है। भारत एक युवा देश है, जो हर किसी को संविधान की गारंटी देता है, लोगों को समान अधिकार है। उन्होंने कहा हमारे पास कई उपलब्धियां हैं, हमारे वैज्ञानिक अंतरिक्ष की शक्ति का दोहन कर लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने का कार्य कर रहे हैं। पीएम मोदी के स्वागत के लिए मलेशिया के करीब 90 सांस्कृतिक और सामुदायिक संगठनों ने तैयारी की है, जिसमें प्रवासी भारतीय भी शामिल हैं। मलेशिया इंटरनेशनल एग्जिबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर ने इस कार्यक्रम में हजारों लोगों के पहुचंने की उम्मीद जताई है। वेलकम पार्टनर्स चेयरमैन तान श्री किशु तिराथरई का कहना है कि पीएम मोदी का यह पहला मलेशिया दौरा है और यहां का भारतीय समुदाय दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री के दौरे को यादगार बनाना चाहता है। बता दें कि प्रधानमंत्री आसियान और पूर्वी एशिया समिट के लिए कुआलालंपुर में हैं और यह समिट 27 नवंबर तक चलेगा।
एजेंसियां