यूपी में नीतीश की छवि भुनाने की तैयारी

nitish_kumarगाजियाबाद। जनता दल यूनाइटेड के महासचिव व राज्यसभा सदस्य केसी त्यागी ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि का अच्छा इस्तेमाल यूपी के चुनाव में किया जा सकता है। हमारा प्रयास रहेगा कि बिहार के महागठबंधन के नेताओं को इक_ा कर फैसला लें कि उत्तर प्रदेश में किसका नेतृत्व टिकाऊ व असरदार होगा। त्यागी ने कहा कि वह न तो मुलायम सिंह के लिए मना कर रहे हैं और न ही बसपा के लिए हां कह रहे हैं। ये इन दोनों को ही तय करना है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए इनमें से कौन ज्यादा व्यग्र व बेताब है, हमने अभी तक न तो कुछ तय किया है और न ही किसी से संपर्क किया है। हमारा मानना है कि नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश में हराने के लिए जो अधिक व्यग्र होगा, उसे राज्य विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की मदद की जरूरत ज्यादा महसूस होगी। नीतीश सरकार में लालू के हावी रहने की आशंका को लेकर पूछे गए सवाल पर त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में कानून का राज रहेगा और जाति-धर्म के आधार पर फैसले नहीं लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की कमजोरियां और गलत रणनीति से उसे बहुत नुकसान हुआ है। इसकी शुरुआत आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण विरोधी बयान से हुई। बिहार में 55 फीसद पिछड़े व 13 फीसद दलित हैं। निश्चित रूप से वे संघ व भाजपा के खिलाफ हुए। अलग कारणों से मुस्लिम पहले ही भाजपा के साथ नहीं हैं। करीब 15 फीसद सवर्ण वहां हैं। चुनाव के दौरान भाजपा नेता पिछड़े वर्ग का मुख्यमंत्री बनाने के बयान देकर सवर्णों को भी एकजुट नहीं रख पाए।