निजी ऑनलाइन कंपनियों के मुकाबले ई-लाला धड़ाम

e lala portalबिजनेस डेस्क। देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे व्यापारियों के हितों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक ऑनलाइन पोर्टल ई-लाला शुरू किया गया है। मगर इस पोर्टल पर वेरायटी न मिलने से ऑनलाइन शापिंग करने वालों को निराशा हाथ लगी है। ई-लाला पोर्टल पर दिये गये कई सेगमेंट में प्रोडक्ट ही नहीं है और न ही कोई वेरायटी है।
मालूम हो कि कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के इस ई-कॉमर्स पोर्टल का उद्घाटन शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने किया था। उन्होंने कहा था कि देश में ऑनलाइन खरीदारों की संख्या 2016 में बढ़कर 10 करोड़ पहुंचने की संभावना है जो 2014 में 3.4 करोड़ थी और ई-कॉमर्स 2015 में कई गुना बढ़कर 53,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है जो 2011 में 3,600 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा था कि ई-लाला पहल के तहत डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर छोटे व्यापारी अपने समक्ष ई-कामर्स से पैदा हो रहे वैश्विक खतरे से निपट सकते हैं। एजेंसी