आईएसआई की राडार पर भारतीय सैन्य ठिकाने: पाक जासूस गिरफ्तार

pak jasoosलखनऊ। पश्चिमी यूपी और उत्तराचंल के महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के सैनिक ठिकानों जानकारियां पाकिस्तान को देने वाला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेन्ट को स्पेशल टास्क फोर्स ने आज मेेरठ रेलवे स्टेशन से गिरफतार कर लिया। यह आईएसआई का एजेन्ट सेना और वायुसेना की गतिविधियों और विमानों से जुड़ी जानकारियां स्काइप साफ्टवेयर के जरिए लगातार पाकिस्तान को दे रहा था। खुफिया एजेंसियों ने उसके सैन्य और स्थानीय सूत्रों तक जल्द ही पंहुचने का संकेत दिया है।
मुहमद एजाज नाम का यह आईएसआई का यह एजेन्ट फिलहाल दिसम्बर 2014 से मो.कलाम के नाम से बरेली के शाहाबाद में रह रहा था। इसने अपना आधार कार्ड बनवा लिया था। वह कम्प्यूटर का बढिय़ा जानकार है तथा दिखावे के तौर पर बरेली में वीडियोंग्राफी और वीडियो मिक्सिग का काम करता है। पूूंछतांछ में उसने अपना असली नाम मोत्र.एजाज पुत्र मो.इसरार बताया है। उसने बताया कि वह पाकिस्तान के इस्लामाबाद के इरफानाबाद का निवासी है। इस पाकिस्तानी एजेन्ट ने बताया कि वह पाक आईएसआई के एक अधिकारी सलीम के लगातार सम्पर्क में था। उसको पश्चिमी यूपी के बरेली, मेरठ कैण्ट,मथुरा आगरा तथा उत्तराचंल में सांधला और पिथौरागढ़ के सैन्य ठिकानों की रेकी की जिम्मेदारी दी गई थी। उसने इन क्षेत्रों से सेना से जुड़ी तमाम जानकारियां आईएसआई को उपलब्ध कराई है। जाट रेजीमेंट की गतिविधियां, माउन्टेनियरिंग विंग से जुड़ी जानकारियों के साथ साथ उसने बरेली में बन रहे अन्डरग्राउन्ड हैंगर्स और रनवे से जुड़ी जानकारियां भी पाकिस्तान भेजी थीं।
आईजी एसटीएफ सुजीत पाण्डेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रारम्भिक पूंछतांछ में इस एजेन्ट ने बतायाकि उसने मिराज विमानों की इमरेजेंसी लैण्डिंग के बारे में जानकारी के साथ साथ अत्याधुनिक विमान सुखोई के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां आईएसआई को दी है। वह सेना से सम्बन्धित जानकारियां इकटठी करने पहले भी मेरठ जा चुका था। आज भी इसी सिलसिले में वह मेरठ गया था। जहां एसटीएफ ने पूर्व सूचना के आधार पर घेराबन्दी कर रखी थी और अपरान्ह लगभग ढाई बजे उसे गिरफतार कर लिया गया। श्री पाण्डेय ने बताया कि यह बड़ा नेटवर्क है। इससे पूंछतांछ के लिए आईबी और जिला पुंलिस की टीमें भी पंहुची है। साथ ही सेना की खुफिया युनिट को भी सूचना दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके पास से एक नक्शा भी मिला है। जिसमें ऊर्दू में लिखा है तथा लाल रंग के गोले बने है। इसके पास से लैपटाप,मोबाइल सिमकार्ड एटीएम और दिल्ली मेट्रों का यात्री कार्ड भी मिला है।