पंचायत चुनाव: गांवों की सरकार बनते ही खूनी खेल शुरू

panchayat chunav 1लखनऊ। यूपी में ग्राम प्रधानी चुनाव के नतीजे आते ही हार से बौखलाए प्रधान प्रत्याशियों के समथकों ने जीते हुए प्रत्याशियों के समर्थकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। कहीं गोलियां चल रहीं हैं तो कहीं भाले और लाठियां चल रहीं हैं। हलाकि गावों की सरकार पर पुलिस नजर बनाये हुए है फिर भी हिंसा रूकती नजर नहीं आ रही है मौका पाते ही लोग मारपीट शुरू कर दबंगई पर उतारू हो रहे हैं। आप को बता दें यूपी में 13 दिसंबर को प्रधानी चुनाव के नतीजे आये और गावों की सरकार बनी। परिणाम आते ही जीते हुए प्रत्याशियों के समर्थक ढ़ोल-नगाड़े फोड़ते नजर आये वहीं, हारे हुए प्रत्याशियों के समर्थकों का चेहरा मुरझाया हुआ दिखा। यूपी में कई जनपदों में हारे हुए ग्राम प्रधान प्रत्याशियों के समर्थक हिंसा पर उतारू होते दिखे कहीं फायरिंग हुयी तो कहीं खूनी संघर्ष में लाठियां और भाले चलाकर लोगों को जख्मी किया गया।
केस नंबर एक- राजधानी के इटौंजा थानाक्षेत्र के भिलवासी रामपुरवा गांव में जीते हुए प्रधान प्रत्याशी महावीर के समर्थक नीरज रावत (25) को हारे हुए प्रधान राजू रावत ने उस समय हमला कर दिया जब वह गांव के बाहर जीते हुए प्रत्याशी के समर्थक के पक्ष में नारेबाजी कर रहा था। पीडि़त का आरोप है कि वह गांव के बाहर जंगल के किनारे शिव जी के मंदिर के पास पहुंचा था तभी हारे हुए प्रधान प्रत्याशी राजू रावत ने नारेबाजी करते समय उसके ऊपर भाले से हमला कर दिया इससे वह लहूलुहान होकर गिर गया इस दौरान नीरज के साथी अमित को भी दबंग ने डंडे से पीटकर घायल कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को पीडि़तों ने तहरीर दे दी है। लेकिन इन्स्पेक्टर इटौंजा मुखराम यादव को घटना की जानकारी नहीं है उन्होंने बताया मतगणना में ड्यूटी लगी होने के चलते उन्हें मामले की जानकारी नहीं है पीडि़त की तहरीर पर कार्यवाई की जाएगी।
केस नंबर दो- राजधानी के काकोरी थानाक्षेत्र के सैथा गांव में जीती हुयी महिला ग्राम प्रधान प्रत्याशी रानी विश्वकर्मा रावत के समर्थक गीता रावत पर हारे प्रत्याशी राजेश के समर्थकों ने उस समय हमला बोल दिया जब वह घर के बाहर बैठी थीं। गीता के मुताबिक उनके घर में घुसकर राजेश के समर्थक ननके, धीरेन्द्र, दीनदयाल, इंद्रजीत, टिंकू, सुखदेव, सतीश, व प्रधान प्रत्याशी राजेश ने मारपीट की इस दौरान हवाई फायरिंग भी की गयी इसमें गीता को छर्रे लगे हैं। इस संबंध में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
केस नम्बर तीन- यूपी के जौनपुर जिले के केराकत थानाक्षेत्र के मुर्की गांव में मतगणना के बाद जीते हुए प्रत्याशी के समर्थको ने विरोधी प्रत्याशी के दरवाजे पर तमंचे से जमकर फायर किया। इस फायरिंग में चार लोग मामूली रूप से घायल हो गये। सभी का इलाज मुफ्तीगंज सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर कराया गया। हांलांकि पुलिस ने फायरिंग की वारदात से साफ इंकार करते हुए मारपीट का मामला बताते हुए आरोपियों की तलाश में में जुट गयी है। इस वारदात में आदिल राशिद, मुन्ना, सुहेल और अब्दुल हलिम को कारतूस का छर्रा लगा है। उधर सीओ जटाशंकर राव ने बताया कि गोली नहीं चली है सिर्फ मारपीट हुयी थी फिलहाल आरोपियो के गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
केस नम्बर चार- यूपी के हरदोई जिले के बिलग्राम कोतवाली के गनीपुर गांव में मतगणना से से लौटते समय दबंगों ने युवक को घेरकर गोली मारकर हत्या कर दी, ताबड़तोड़ फायरिंग से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है पुलिस ने तीन लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
केस नंबर पांच- यूपी के बाराबंकी जिले के कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत गदिया में प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर हुयी मारपीट में पांच महिलाओं एवं एक सिपाही सहित 10 लोग घायल हो गए. एक सिपाही पर हमला घायलो को जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों के परिजनो ने कोतवाली में एक उम्मीदवार व उसके साथियो के विरूद्ध तहरीर दी गयी है. परन्तु मुकदमा अभी तक दर्ज नही किया गया है। बताया जाता है कि प्रधान पद के उम्मीदवार ने शनिवार को देर शाम अपने प्रतिद्वंधी प्रत्याशी समर्थक के परिवार पर हमला बोल दिया। इस हमले में राम बहादुर यादव उनकी पत्नी सुदामा, पुत्र सनील यादव, कपिल यादव, बब्लू यादव पुत्री शैल कुमारी, रूचि, किरन यादव पत्नी बबलू यादव, आशीष यादव पुत्र शिवपाल यादव, ज्ञानवती पत्नी रामपाल को काफी चोटें आयीं हैं। घायलो के परिजनो ने बताया कि ग्राम पंचायत में 12 लोग प्रधान पद के प्रत्याशी थे। वोट तो किसी एक ही को देना था। इसी रंजिश को लेकर गाली-गलौज तथा मारा-पीटा गया है। पुलिस का कहना है कि घटना की जांच करने के बाद मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा।

केस नंबर छह- यूपी के सीतापुर जिले के सकरन ब्लॉक की ग्राम सभा कलिमापुर के जीते हुये प्रधान और उनके कार्यकर्ताओं ने विपक्षी लोगों के घर मे घुसकर कई लोगों को मारा जिसमें रवि पुत्र जगदीश की हालत गम्भीर होने के कारण विसवां में भर्ती कराया गया डाक्टरों ने हालत को गंभीर देखते हुए से लखनऊ रेफर किया गया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं लोगों का कहना है प्रधान के लोग अपने को सेउता बिधायक का खासमखास बताते है। और वोट ना देने का खामियाजा भुगतने की धमकियां दे रहे हैं।

केस नंबर सात- यूपी के सीतापुर जनपद में ही पंचायत चुनाव में हुई हार से नाराज भतीजे ने लाठियों से पीट-पीटकर अपने ताऊ को मौत के घाट उतार दिया। विकास खण्ड पिसावां की ग्राम सभा रूरा निवासी हरदयाल और उसका छोटा भाई सोबरन दोनों आमने-सामने चुनाव मैदान में थे मतगडऩा सम्पन्न होने के बाद दोनों भाई चुनाव हार गए। मतगडऩा स्थल से लौट कर घर आये दोनों भाइयो के बीच विवाद होने लगा तभी सोबरन के पुत्र ने अपने ताऊ व सोबरन के तीसरे भाई रामेश्वर पर चुनाव में मदद न करने का आरोप लगाते हुए लाठी से पिटाई कर दी जिससे रामेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते पुलिस मौके पर पहुंची और हत्या रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

केस नंबर आठ- यूपी के सीतापुर जनपद के ही पिसावां इलाके में ही चुनाव जीतकर जुलूस निकाल रहे नवनिर्वाचित प्रधान के समर्थको ने मना करने पर फायरिंग शुरू कर दी। ग्रामसभा जलालनगर के नवनिर्वाचित प्रधान मुस्सन अपने समर्थको के साथ जुलूस निकाल रहे थे तभी थाने में तैनात एसआई विकास कुमार सूचना पाकर मौके पर पहुंचे और जुलूस निकालने से मना किया जिसपर प्रधान के समर्थको ने अवैध असलहो से फायर करना शुरू कर दिया। इस सम्बन्ध में एसआई द्वारा प्रधान मुस्सन समेत 50 अज्ञात के विरुद्ध धारा 307 व 188 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है।

केस नंबर नौ- यूपी के कन्नौज जिले के सदर तहसील क्षेत्र के ग्राम आंटी में प्रधान पद के हारे हुए प्रत्याशी के ताऊ की सदमे से मौत हो गयी। पांचवे नंबर पर आने से दुखी प्रधान पद के प्रत्यासी के ताऊ सोनेलाल ने 5 लाख रूपये का कर्ज लेकर अपने पोते को चुनाव लड़वाया था।

केस नंबर दस- यूपी के बुलंदशहर जिले के नगला गोविंदपुर गांव में हारे और जीते प्रधानों में जंग छिड़ी, स्याना के बाद ककोड़ और खुर्जा में कई लोह घायल हुए हैं। ककोड़ क्षेत्र में प्रधानी जीत का जश्न मना रहे समर्थकों पर हारे हुए प्रत्याशी के समर्थकों ने की मारपीट, लाठी-डंडो से हमला बोल दिया इससे एक दर्जन से अधिक घायल, 3 की हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर किया गया है पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, खुर्जा देहात के पचगई गांव में भी विजयी प्रधान और पराजित प्रधान के समर्थकों के बीच हुआ पथराव, विजयी प्रधान का सिर फूट गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

केस नंबर ग्यारह- यूपी के बहराइच जिले के विश्वेशर गंज इलाके में विजय जुलूस के दौरान हर्ष फायरिंग में किशोर की गोली लगने से मौत हो गयी इससे प्रधानी की जीत का माहौल मातम में बदल गया पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा दिया। वहीं बहराइच के ही हरदी थानाक्षेत्र में ग्रामप्रधान के भतीजे की गला रेतकर हत्या कर दी गयी वह विपक्षी घर से जरूरी काम कहकर बुला ले गए थे और गन्ने के खेत में धारदार हथियार से हत्या कर दी उसका क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गयी पुलिस मामले की जांच कर रही है।