फिर से तय किया गया एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा का लक्ष्य

solar-panels-homepageनई दिल्ली। देश में सौर ऊर्जा के 20,000 मेगावाट के लक्ष्य को स्थापित करने के प्रस्ताव को एनडीए सरकार ने फिर से तय करते हुए 2022 तक सौर ऊर्जा के लक्ष्य को पांच गुणा बढ़ाते हुए एक लाख मेगावाट कर दिया। यह लक्ष्य, जो पहले अति महत्वाकांक्षी दिखाई देता था, अब देश में निर्धारित पैमाईश के शुभारंभ के साथ छत पर सौर ऊर्जा उत्पादन की मौन क्रांति का पहले से साक्ष्य बने कई राज्यों के सहयोग से अब यह वास्तविक होती प्रतीत होती है। 31.10.2015 को, ग्रिड-इंटरैक्टिव नवीकरणीय ऊर्जा की करीब 38 गीगावाट की संचयी क्षमता को देश में स्थापित कर दिया गया। स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में विकास दर से आश्वस्त, भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान के अभीष्ट (आईएनडीसी) पर जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र प्रारूप संधि में अपनी प्रस्तुति में निर्दिष्ट किया है कि भारत प्रौद्योगिकी हस्तान्तरण और न्यून लागत अंतर्राष्ट्रीय वित्त सहित हरित जलवायु कोष की सहायता से 2030 तक गैर-जीवाश्म ईधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 40 प्रतिशत संचयी विद्युत ऊर्जा क्षमता प्राप्त करेगा।