भारत ही नहीं पूरी दुनियां में होती थी शिव की पूजा

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फीचर डेस्क। हिन्दु धर्म में भगवान शिव का सबसे बड़ा स्थान है। इन्हें कई नामों से लोग पुकारते हैं। कोई इन्हें भोले नाथ कहता है, तो कोई देवों के देव महादेव कहता है। शिव एक ऐसे भगवान हैं जिनके लिंग की भी पूजा की जाती है और इसे सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पूजा जाता है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सो में मिलने वाले शिव लिंग इस बात को प्रमाणित भी करते हैं। भारत और श्रीलंका के अलावा भगवान शिव की पूजा के प्रमाण रोमन के वक्त में भी मिलते हैं। पुरातत्व विभाग को ठंइलसवद नामक एक पुराने शहर में शिवलिंग मिले थे। ये शहर रोमन्स के वक्त का है, और खुदाई के दौरान शहर के कई हिस्सो में पुरातत्व विभाग को शिवलिंग मिले थे। आयरलैंड के एक पत्थर है जिसे स्टोन आफ डेस्टनी नाम से जाना जाता है। 1632-1636 एडी में एक ने संत ने इस पत्थर के बारे में लिखा था, कि ये शिव का रूप है। कई लोग मानते हैं कि आयरलैंड पहले एक हिन्दु राष्ट्र था, वहां शिव की पूजा होती थी। आयरलैंड के लिए एक पूज्यनिय पत्थर है। 500 एडी तक हर आईरिश राजा इसकी पूजा करते थे। वियतनाम में भी अलग-अलग जगहों पर हजारों साल पुराने शिवलिंग मिले हैं। जिससे पता चलता है कि सालों पहले वियतनाम में भी शिव की पूजा होती थी।