यूूपी के छह मार्केटिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ फर्जी रेप का केस

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लखनऊ। अंबेडकरनगर के अहिरौली थाने में छह मार्केटिंग इंस्पेक्टरों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। ये सभी खाद्य एवं विपणन विभाग के हैं। जिन पर मामला दर्ज हुआ है उनमें से दो अंबेडकरनगर में ही अन्य अलग- अलग जिलों में तैनात हैं। मामले के विरोध में विभाग के मंडल स्तरीय कर्मचारी हड़ताल पर हैं ऐसे में खरीद व वितरण का कार्य पूरी तरह ठप है। शनिवार को कर्मचारी प्रदेश व्यापी हड़ताल पर जाएंगे। डीजीपी के ईशारे पर उत्पीडऩ के लिए दर्ज की गई एफआईआर से पूरे विभाग में नाराजगी है। संगठन इस मुद्दे पर उप्र के मुख्यमंत्री से मिल कर पूरी जानकारी देने की तैयारी में है। संगठन का मानना है कि एफआईआर पूरी तरह फर्जी और निराधार है। हत्या के आरोपी एक अपराधिक छवि के राइस मिल मालिक ने साजिशन एक महिला से यह एफआईआर दर्ज कराई है। वह उप्र के डीजीपी जगमोहन यादव का करीबी है। एफआईआर दर्ज करने के लिए डीजीपी ने जिले के एसपी को निर्देश दिये जिसके बाद मामला पंजिकृत हुआ।
22 दिसम्बर को पत्र भेजकर अम्बेडकरनगर मे कार्यरत डा. आरडी प्रसाद ने बताया कि चावल मिलर धनीराम यादव एवं उनकी पत्नी शकुंतला यादव द्वारा खाद्य विभाग के विभिन्न जनपदों मे कार्यरत क्षेत्रीय विपणन अधिकारियों, विपणन निरीक्षकों के विरूद्ध झूठी केस दर्ज कराने का प्रयास एक महिला सुनीता यादव के माध्यम से किया जा रहा है। यह चावल मिलर 4167.07 कुन्तल सीएमआर चावल के गबन जिसकी धनराशि 1.9 करोड़ रूपये है का दोषी है तथा आपराधिक प्रवृत्ति का है। खाद्य विभाग द्वारा मिलर के विरूद्ध आरसी जारी कराकर वसूली तथा कुर्की की कार्यवाही उक्त मिलर के विरूद्ध करायी जा रही है। इससे यह चावल मिलर बदले की भावना से ग्रसित होकर पूर्णत: निराधार तथा मनगढ़ंत तथ्यों के आधार पर साजिश रचते हुए निर्दोष अधिकारियों, कर्मचारियों के उपर फर्जी एफआईआर के माध्यम से दबाव बना कर सीएमआर की वसूली को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। इस तरह कि झूठी शिकायत के आधार पर केस दर्ज कराने के प्रयास से संघ के सदस्य भयाक्रान्त तथा आहत महसूस कर रहे है। संघ ऐसी किसी भी कार्यवाही का पुरजोर विरोध करता है।