जिला पंचायत में लहराया सपा का परचम: 60 सीटें जीतने का दावा

sp partyलखनऊ। आरोप-प्रत्यारोप के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव संपन्न हो गया। नाक का सवाल बनी ज्यादातर सीटों पर सपा ने कब्जा कर लिया। कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती के कुछ ही देर बाद परिणाम घोषित होने लगे। समाजवादी पार्टी ने 74 में से 60 जीतने का दावा किया है। इसके अलावा उसके तीन तीन बागियों को करारा झटका मिला है। मुकाबले में बराबर पर आए एक बागी को लाटरी में मात खानी पड़ी। कई स्थानों पर रनर और विनर दोनों पार्टियां जीत का दावा करती नजर आईं। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी पिछड़ गए जबकि उन्नाव सीट पर बरारबर मतो के कारण लाटरी के जरिए सपा प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया।
वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रतिष्ठापरक सीट को लेकर हुए चुनाव में सपा की अपराजिता सोनकर तीस वोट पाकर विजयी रहीं जबकि भाजपा व अपना दल के संयुक्त प्रत्याशी अमित सोनकर को महज 17 वोट ही मिले। 48 सदस्यीय जिला पंचायत सदस्यों में से एक सदस्य का वोट अवैध घोषित किया गया। गोरखपुर में सपा प्रत्याशी गीतांजली यादव 7 वोट से चुनाव जीत गई हैं। गीतांजली को 34 व अजय बहादुर को 27 वोट मिला है। तथा 11 वोट अवैध घोषित किया गया। एक वोटर पवन सिंह का वोट नहीं पड़ सका। इसी तरह से कुशीनगर में सपा प्रत्याशी हरीश राणा चुनाव जीत गए,इनको 37 व प्रतिद्वंदी विनय गौड को 30 मत मिला। दूसरी तरफ महराजगंज जिले में हंगामा के बीच भाजपा प्रत्याशी प्रभुदयाल चुनाव जीत गए ,इन्हें 36 मत मिला तथा सपा प्रत्याशी जितेंद्र यादव को केवल 13 मत मिला।
उन्नाव में संगीता सेंगर एवं ज्योति रावत के बीच मुकाबला टाई । दोनों लोगों को 26-26 मत मिले। एक मत इनवैलिड हो गया। कुल 53 मत थे। अंत में संगीता सेंगर को लाटरी के जरिए विजयी घोषित किया गया। इलाहाबाद से सपा प्रत्याशी रेखा सिंह ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई । उन्होंने 90 में से 75 वोट हासिल किया। बसपा की केशरी देवी को 12 और अपना दल की बबिता को दो वोट मिले पीलीभीत में जिलापंचायत में सपा प्रत्याशी आरती देवी 29 मत पाकर विजयी। मेनका समर्थक आशा देवी को 5 मत मिले। कन्नौज में सपा प्रत्याशी शिल्पी कटियार को 28 में से 23 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी महेश शास्त्री के हिसेस केवल पांच वोट आए। फर्रूखाबाद मे तीस मे से मात्र 9 जिला पंचायत सदस्यों ने मतदान किया। मतगणना के बाद जिलाधिकारी सतेन्द्र कुमार सिंह ने सपा प्रत्याशी सगुनादेवी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित घोषित कर दिया। सगुनादेवी को 8 वोट मिले। एक वोट निरस्त हो गया।
मेरठ क्षेत्र की आठ सीटों में से तीन सीटें सपा की झोली में गईं। तीन सीट बसपा के समर्थित प्रत्याशियों के खाते में और दो सीटें भाजपा समर्थित प्रत्याशी के खाते में गईं। मेरठ, बिजनौर व शामली सीट दिग्गजों के नाक का सवाल बनी थी। मेरठ में जहां मंत्री शाहिद मंजूर की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी वहीं शामली में सपा के वरिष्ठ नेता व एमएलसी वीरेन्द्र सिंह अपनी पुत्रवधू को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे थे लेकिन सफल नहीं हो सके। बिजनौर में सपा ने हर हथकंडे अपनाए लेकिन कुछ दिन पूर्व ही सपा से निलंबित हुईं रुचिवीरा सपा से अपने बागी पति उदयनवीरा को जिताने में सफल हो गईं। हालांकि उदयनवीरा को भाजपा का समर्थन था। नाक का सवाल बनी इन तीन सीटों में सिर्फ मेरठ सीट ही सपा निकाल सकी। मेरठ से सपा की सीमा प्रधान ने भाजपा के कुलविंदर को हरा दिया। सपा नेता अतुल प्रधान की पत्नी सीमा को 18 व कुलविंदर को 16 वोट मिले। शामली से संतोष देवी विजयी रहीं। संतोष देवी बसपा समर्थित थीं लेकिन इन्हें कई दलों और खापों का समर्थन था। संतोष को 12 व एमएलसी वीरेन्द्र सिंह की पुत्रवधू शेफाली को 7 वोट मिले। सभी दलों को ध्येय शेफाली को हराना था और वे इसमें कामयाब हो गए। मुजफफरनगर से भाजपा समर्थित आंचल तोमर विजयी। आंचल को 26 और सपा की पूर्व मंत्री उमा किरण को 17 वोट मिले। बिजनौर में सपा के बागी व सपा से निलंबित विधायक रुचिवीरा के पति उदयनवीरा जीते। उदयनवीरा को 31 व सपा विधायक मनोज पारस की पत्नी नीलम को 25 वोट मिले। एक वोट निरस्त हुआ। बाद में उदयनवीरा को भाजपा ने भी समर्थन दिया था। हापुड़ में सपा की रजनी लता एक वोट से जीतीं। रजनी लता सपा के प्रदेश सचिव सतपाल यादव की पत्नी हैं। रजनी ने भाजपा प्रत्याशी अमृता कुमार को हराया। अमृता भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र कुमार की पत्नी हैं। बागपत में बसपा की रेनू धामा, बुलंदशहर में सपा के हरेन्द्र सिंह व सहारनपुर में बसपा की तसमीम पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुकी हैं। विजयी प्रत्याशी समर्थकों के साथ जहां जुलूस निकालकर जश्न मना रहे हैं वही हार का सामना करने वालों में मायूसी का आलम है।
पीलीभीत और बरेली में सपा प्रत्याशी भारी मतों से विजयी रहे। शाहजहांपुर में कांटे की टक्कर के बाद बड़ा उलटफेर देखने को मिला। महज 24 साल के अजय सिंह यादव ने सपा प्रत्याशी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीतू सिंह को छह वोटों से हरा दिया। बदायूं में पहले ही सपा प्रत्याशी मधु निर्विरोध चुनी जा चुकी हैं। बरेली में प्रत्याशी को लेकर मची अंदरूनी रार के बाद सपा मजबूत होकर उभरी। सपा प्रत्याशी संजय सिंह को बड़ी जीत हासिल हुई। संजय को कुल 60 में से 50 वोट मिले। बसपा के राजेश सागर को केवल आठ वोट ही हासिल हो सके। एक प्रत्याशी वोट डालने नहीं आया जबकि एक वोट निरस्त घोषित कर दिया गया। जीत के बाद सपाइयों ने कलेक्ट्रेट में ही जमकर जश्न मनाया। वहीं शाहजहांपुर में सपाइयों की आपसी रार का फायदा भाजपा के प्रत्याशी को मिला। कुल 48 में सपा प्रत्याशी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीतू सिंह को 20 वोट मिले जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह यादव के बेटे 24 साल के अजय को 26 वोट। छह वोटों से जीत हासिल कर अजय जिला पंचायत अध्यक्ष बने हैं। दो वोट निरस्त रहें। पीलीभीत में सपा प्रत्याशी आरती देवी को 34 में से 29 वोट मिले। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी समर्थित प्रत्याशी आशा देवी सिर्फ पांच वोट पा सकीं। केंद्रीय मंत्री के समर्थकों ने अपने एक महिला वोटर को कार से खींचकर अपहरण करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर हंगामा किया। बाद में तमाम कार्यकर्ता विकास भवन के गेट पर धरने पर बैठ गए। पूरे दिन दोनों पक्षों के सैकड़ों समर्थक कलक्ट्रेट गेट के बाहर अलग-अलग स्थानों पर डटे रहे। परिणाम की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशी आरती जिला पंचायत कार्यालय परिसर में मौजूद दोनों राज्यमंत्रियों हाजी रियाज अहमद व हेमराज वर्मा से मिलीं। उत्साही कार्यकर्ताओं ने पटाखे छुड़ाकर जश्न मनाया। बदायूं में मधु चंद्रा पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत चुकी हैं। मधु बिसौली से सपा विधायक आशुतोष मौर्य की बहन हैं।