उप्र में मेरे साथ हो रहा है भेदभाव- अमिताभ ठाकुर

 

amitabh thakur

लखनऊ । उप्र के चर्चित निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भेज कर बहाली में भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि उन्हें 13 जुलाई 2015 को निलंबित करते हुए उसी दिन 16 आरोपों का आरोपपत्र प्रेषित करते हुए अखिल भारतीय सेव अनुशासन और अपील नियमावली में विभागीय जाँच शुरू कर दी गयी, जबकि इनमे कोई भी आरोप उनके आईजी नागरिक सुरक्षा के रूप में लापरवाही से सम्बंधित नहीं था। इसके विपरीत पंचायत चुनाव में प्रतापगढ़ के कुंडा में पक्षपातपूर्ण आचरण, हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के मामलों में लापरवाही के सम्बन्ध में राज्य निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीम डीएम अमृत त्रिपाठी और एसपी सुनील सक्सेना 10 दिसंबर2015 को निलंबित किये गए लेकिन उनके खिलाफ कोई विभागीय जाँच नहीं कराई गयी और अमृत त्रिपाठी को 25 दिन बाद 02जनवरी 2016 और श्री सक्सेना को 38 दिन बाद कल 18 जनवरी को बहाल कर दिया गया। अमिताभ ने कहा है कि निर्वाचन में गंभीर अनियमितता अखिल भारतीय सेवाएँ अनुशासन और अपील नियमावली 1969 के नियम 3में कदाचरण है लेकिन इन अफसरों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और उन्हें छः माह से निलंबित रखा गया है, जो भेदभावपूर्ण है. अतः उन्होंने अपनी तत्काल बहाली की मांग की है।